Giridih : नसबंदी व बंध्याकरण में गिरिडीह जिला लक्ष्य से काफी पीछे है. वर्ष 2021-22 में 627 नसबंदी का लक्ष्य निर्धारित है. 2021 के दिसंबर महीने में केवल 63 पुरुषों ने ही नसबंदी कराई. 9 महीनों के दरम्यान नसबंदी की सफलता दर केवल 10 प्रतिशत है. इस मामले में बगोदर, धनवार, बिरनी, जमुआ और गांडेय प्रखंड की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है. जिले में पुरुष नसबंदी के सरकारी आंकड़ें ये हैं- बगोदर प्रखंड में 2021-22 में कुल 77 पुरुषों को नसबंदी करने का लक्ष्य निर्धारित था, जिसमें सिर्फ 1 पुरुष ने नसबंदी कराई. बेंगाबाद प्रखंड में 39 पुरुषों का नसबंदी का लक्ष्य निर्धारित था जिसमें 8 पुरुषों की नसबंदी की गई. उसी तरह बिरनी प्रखंड में 45 पुरुषों की जगह सिर्फ 2 पुरुषों ने ही नसबंदी करवाई. देवरी प्रखंड में 46 की जगह सिर्फ 13 पुरुषों की नसबंदी. डुमरी प्रखंड में 59 की जगह सिर्फ 4 पुरुषों की नसबंदी. गांडेय प्रखंड 45 की जगह 2 पुरुषों की नसबंदी, गावां प्रखंड 29 में सिर्फ 14 पुरुषों की नसबंदी, सदर प्रखंड 98 में सिर्फ 14 पुरुषों की नसबंदी, जमुआ प्रखंड 70 में सिर्फ 2 पुरुषों की नसबंदी, पीरटांड़ प्रखंड 29 में सिर्फ 4 पुरुषों की नसबंदी, धनवार प्रखंड 65 में सिर्फ 1 पुरुष की नसबंदी, तिसरी प्रखंड 24 में से सिर्फ 6 पुरुषों ने नसबंदी कराई. जिले में कुल 627 पुरुषों की नसबंदी होनी थी, जिसमें सिर्फ 63 लोगों ने ही नसबंदी कराई. इन आंकड़ों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि नसबंदी के लक्ष्य को हासिल करने के लिए स्वास्थ्य विभाग कितना गंभीर है. इसी प्रकार जिले में महिला बंध्याकरण की स्थिति भी बेहद खराब है. 11917 लक्ष्य के विरुद्ध केवल 2080 महिलाओं ने बंध्याकरण कराई. 9 महीने में केवल 17 प्रतिशत बंध्याकरण का लक्ष्य हासिल किया जा सका है. जिले में महिला बंध्याकरण के सरकारी आंकड़ें- बेंगाबाद प्रखंड में 744 की जगह केवल 134 महिलाओं की बंध्याकरण की गई. बगोदर प्रखंड में 1471 की जगह 123 महिलाओं ने बंध्याकरण कराई. देवरी प्रखंड में 877 की जगह 46 बंध्याकरण, बिरनी प्रखंड 852 में से सिर्फ 98 बंध्याकरण, डुमरी प्रखंड 1122 में से 138 बंध्याकरण, गांडेय प्रखंड 852 में सिर्फ 46 बंध्याकरण, गावां प्रखंड 555 में सिर्फ 131 बंध्याकरण, सदर प्रखंड 1871 में सिर्फ 865 बंध्याकरण, जमुआ प्रखंड 1325 में सिर्फ 151 बंध्याकरण, पीरटांड़ प्रखंड 546 में सिर्फ 90 बंध्याकरण, धनवार प्रखंड 1243 में सिर्फ 120 बंध्याकरण, तिसरी प्रखंड 460 में से सिर्फ 138 बंध्याकरण. इस प्रकार कुल 11917 बंध्याकरण में सिर्फ 2080 महिलाओं ने बंध्याकरण कराई. जिले में बंध्याकरण का लक्ष्य 31 मार्च 2022 तक पूरा कर पाना मुश्किल लग रहा है. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. शिव प्रसाद मिश्रा ने बताया कि जिले में सर्जन चिकित्सक की कमी के कारण बंध्याकरण और नसबंदी का लक्ष्य हासिल करने में परेशानी हो रही है. लक्ष्य हासिल करने के लिए जिला मुख्यालय से चिकित्सकों को प्रखंड मुख्यालय में भेजा जा रहा है. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=251273&action=edit">यह
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गिरिडीह जिला नसबंदी व बंध्याकरण में लक्ष्य से काफी पीछे

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