Giridih : जिले में स्कूलों के लिए बेंच- डेस्क की खरीदारी में डीएसई बुरी तरह फंसते नजर आ रहे हैं. अनियमितता की शिकायत के बाद डीसी नमन प्रिय लकड़ा ने जांच के लिए अनुमंडल स्तर पर टीम गठित कर दी है. वहीं मामले में जिला शिक्षा अधीक्षक विनय कुमार को डीसी ने स्थिति स्पष्ट करने को कहा है. डीएसई के अलावा कार्यालय में लिपिक पद पर कार्यरत देव कुमार कश्यप पर लगे आरोप को लेकर भी जवाब मांगा है.
पत्र में डीसी ने दिया है सख्त निर्देश
डीसी श्री लकड़ा ने डीएसई को लिखे पत्र में सख्त निर्देश दिया है. कहा है कि बेंच -डेस्क खरीदी मामले में विभिन्न स्रोतों से लगातार शिकायतें मिल रही हैं. मामले में उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेड़ाटांड़ के प्रधानाध्यापक अमृत साव, महेशलूंडि पंचायत के मुखिया शिवनाथ साहू से शिकायती पत्र मिला है. पत्र में डीएसई पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. साथ ही लिपिक पर राशि मांगने का आरोप है. डीसी ने मामले में पूरी स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया है. पूछा है कि बेंच- डेस्क खरीदी में विभाग द्वारा तय मानक का पालन किया गया है? आपके द्वारा क्या प्रक्रिया अपनाई गई? विभागीय निर्देश के अनुपालन में आपने क्या किया. मिल रही शिकायत के अनुसार बैंच डेस्क खरीदी में नियमित पर्यवेक्षण नहीं किया गया. शिकायत के बाद भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
क्या है मामला
बेंच- डेस्क खरीदी में गड़बड़ी का मामला उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलाटांड़ से सामने आया था. जब डीएसई के निर्देश के बाद भी प्रबंधन समिति ने भुगतान से इनकार कर दिया था. गुणवत्ता का सवाल उठाते हुए भुगतान पर रोक लगा दी गई थी. मुखिया ने भी डीएसई पर गंभीर आरोप लगाए थे. यह मामला तब चर्चित हुआ जब डीएसई का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें गुणवत्ता प्रमाण पत्र मामले में डीएसई प्रधानाध्यापक को धमका रहे थे. उन्होंने कहा था कि विभाग का हेड में हूं, तो गुणवत्ता का प्रमाण पत्र देने वाला एई और जेई कौन होता है. फिलहाल मामले में जांच चल रही है और डीसी को डीएसई के जवाब का इंतजार है.
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