Giridih : बच्चों को कोरोना टीकाकरण में गिरिडीह जिले की स्थिति बुरी है. 12-14 आयु वर्ग के बच्चों को 16 मार्च 2022 से टीके लगने शुरू हुए. 1 लाख 18 हज़ार 167 बच्चों को टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया था. अब तक 45,450 बच्चों को टीके की पहली डोज और 12,589 बच्चों को टीके की दूसरी डोज लग पाई. पहली डोज लगने के 28 दिनों बाद दूसरी डोज लेनी है. सिविल सर्जन डॉ. एसपी मिश्रा ने बताया कि 31 जुलाई 2022 तक 45,000 बच्चों को पहली डोज एवं 12,000 बच्चों को दूसरी डोज दी गई.
बिरनी और गावां प्रखंड की बुरी स्थिति
बच्चों के टीकाकरण में बिरनी और गावां प्रखंड की दयनीय स्थिति है. बिरनी प्रखंड में 8,426 बच्चों को टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 1,733 बच्चों को ही पहली डोज तथा 383 बच्चों को दूसरी डोज लग पाई. गावां प्रखंड में 5,497 बच्चों को टीके लगाने का लक्ष्य था. जिसमें 1200 बच्चों को पहली डोज व 132 बच्चों को दूसरी डोज लग पाई.
अभिभावकों में जागरूकता की कमी
सिविल सर्जन डॉ. एसपी मिश्रा ने बताया कि टीकाकरण को लेकर अभिभावकों में जागरूकता की कमी है. इस वजह से लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सका है. अब प्रखंड स्तर पर टीम बनाकर स्कूलों में जाकर बच्चों को टीके लगाए जा रहे हैं. इसमें अच्छी सफलता मिल रही है. अगस्त के बाद संख्या संतोषजनक रहेगी.
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