Giridih : जिला परिषद की बैठक बुधवार 19 अप्रैल को सभागार में जिप अध्यक्ष मुनिया देवी की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक की शुरुआत ही हंगामेदार रही. जल नल योजना में लूट का आरोप लगाते हुए सदस्यों ने जमकर बवाल काटा. जमुआ भाग संख्या 14 के जिला परिषद सदस्य विजय कुमार पांडे इतने उग्र हो गए कि बैठक के बीच ही सभागार में धरने पर बैठ गए और जांच की मांग को लेकर जबरदस्त हंगामा करने लगे. जिप अध्यक्ष मुनिया देवी, उपाध्यक्ष छोटे लाल यादव व डीडीसी शशि भूषण मेहरा के समझाने के बाद धरने से उठ कर वो अपनी सीट पर बैठे. करीब आधे घंटे तक सदन जल नल योजना को लेकर गर्म रहा. इसी मामले में मुखर देवरी प्रखंड के जिला परिषद सदस्य व भाजपा नेता विनय शर्मा ने जांच कमेटी बनाकर ज़िले के सभी 344 पंचायतों में जांट की मांग की. हंगामे के बाद योजना को लेकर जांच समिति बनाने का निर्णय लिया गया. विनय शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार ने गिरिडीह को पहली इंस्टॉलमेंट में ही 1200 करोड़ की राशि दी है. कहा कि इतनी बड़ी योजना में विभाग की जिम्मेदारी केवल लूट की है क्या?

तीसरी प्रमुख भी भड़के, की जांच की मांग
तीसरी प्रमुख राज कुमार यादव ने प्रखंड के थान सिंहडीह हाई स्कूल का मामला उठाया. कहा कि स्कूल में 3 शिक्षक हैं लेकिन शायद ही कभी स्कूल खुलता है. कहा कि बीते एक दशक से तीनों शिक्षक स्कूल में पदस्थापित हैं, पर विभाग की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है. उन्होंने विभागीय अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया. अध्यक्ष ने उन्हें आश्वस्त किया कि इस बार उनकी बात को गंभीरता से लिया जाएगा.
सरिया के सीएचसी संचालक पर गबन का आरोप
बैठक में विधायक प्रतिनिधि नारायण पांडे ने सरिया प्रखंड के पावापुर सीएचसी संचालक पर 50 विधवाओं का विधवा पेंशन हड़पने का आरोप लगाया. जिस पर सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक अप्पू कौशिक को सदन में जवाब देते नहीं बना. नारायण पांडे ने कहा कि 1 साल से लूट का खेल जारी है. बीडीओ को भी मामले की जानकारी दी गई है, पर सभी ने चुप्पी साध ली है. मामले में डीडीसी ने विभागीय अधिकारियों को जांच कर एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है. बैठक में मुख्य रूप से जीप अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, डीडीसी सहित सभी विभागों के अधिकारी व जिप सदस्य मौजूद थे.
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