Giridih : गिरिडीह (Giridih)– हाथियों का झुंड पीरटांड़ प्रखंड के नारायणपुर जंगल पहुंच चुका है. जंगल में हाथियों के आ जाने से आसपास के ग्रामीण डरे-सहमे हैं. वन विभाग हाथियों को खदेड़कर सुरक्षित जगह ले जाने में जुटा है. विगत दिनों हाथियों के झुंड को बिरनी, सरिया, बगोदर और मुफस्सिल थाना क्षेत्र में देखा गया था. इन तीनों जगहों में हाथियों ने फसलों को रौंदने के साथ-साथ कई घरों को भी नुकसान पहुंचाया था.
हाथी दिन भर जंगल में विचरण करने के बाद शाम के वक्त भोजन की तलाश में खेतों और गांव की ओर निकल पड़ता है. वन विभाग के रेंजर एसके रवि के अनुसार हाथियों की कुल संख्या 22 है, जिसमें दो हाथी के बच्चे भी हैं. सभी हाथी एक साथ जिले अलग-अलग जंगलों में विचरण कर रहा है. हाथियों का झुंड जानमाल समेत फसल को नुकसान न पहुंचा सके इसकी पूरी कोशिश की जा रही है. हाथियों को सुरक्षित स्थान में पहुंचाने की कोशिश में टीम लगी है.
बीजेपी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अशोक उपाध्याय ने हाथियों के लिए हाथी अभ्यारणय बनाने की मांग की है. अभ्यारणय रहने से हाथी खेतोँ और गांवों की ओर नहीं आकर उसी में रहेगा. इससे हाथियों का उपद्रव थमेगा. हाथियों के हमले से लोग बचेंगे. जिले में अब तक कई लोगों को हाथियों का झुंड कुचल चुका है. वन विभाग मृतक के आश्रितों को मुआवजा राशि दिया है. झारखंड से बिहार, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा की सीमाएं सटी है. कई बार पड़ोसी राज्यों से हाथियों का झुंड झारखंड में प्रवेश करता है. झारखंड में वन अधिकारियो की कमी है. इस वजह से भी हाथियों का उपद्रव है.
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