- 1 घंटे बाद पार्टी के जिला अध्यक्ष की पहल पर धरना हुआ समाप्त
Giridih : झामुमो नेता परितोष शर्मा आज सोमवार को नर्सिंग होम के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठ गये और अपने भाई की मौत के आरोप में डॉक्टर नीरज डोकानिया की गिरफ्तारी की मांग करने लगे. धरने की खबर पर पार्टी जिला अध्यक्ष संजय सिंह मौके पर पहुंचे और परितोष शर्मा को डॉक्टर की गिरफ्तारी का आश्नासन दिया. संजय सिंह की पहल पर करीब एक घंटे बाद धरना समाप्त हुआ.
वार्ता के लिए पहुंचे थाना प्रभारी, पर जिला अध्यक्ष नहीं थे मौजूद
इधर धरना स्थल पर, पार्टी जिला अध्यक्ष संजय सिंह ने नगर थाना प्रभारी शैलेष प्रसाद से मोबाइल पर बात की. उन्होंने पत्रकारों को बताया कि नई परिसदन में नगर थाना प्रभारी के साथ वार्ता की जायेगी और चिकित्सक की गिरफ्तारी की मांग की जाएगी. तय समय पर थाना प्रभारी परिसदन पहुंचे, लेकिन जिला अध्यक्ष को न पाकर वापस लौट गये. जानकारी के अनुसार, जिला अध्यक्ष पार्टी कार्यालय में मौजूद थे.
मामले में कानून सम्मत कार्रवाई की जायेगी : थाना प्रभारी
थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया कि मामले में कानून सम्मत कार्रवाई की जायेगी. वहीं मृतक के भाई परितोष ने स्पष्ट किया कि चिकित्सक की गिरफ्तारी और नर्सिंग होम की तालाबंदी के अलावा कोई समझौता नहीं होगा. मौके पर जिला अध्यक्ष के अलावा पार्टी नेता अजीत कुमार पप्पू, शाहनवाज अंसारी, और बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता भी मौजूद थे.
पथरी का ऑपरेशन होने के बाद झामुमो नेता के भाई की हुई मौत
दरअसल झामुमो नेता परितोष शर्मा के भाई संतोष शर्मा (35) का गाल ब्लैडर में पथरी था, जिसका ऑपरेशन 22 फरवरी को हुआ था. ऑपरेशन के बाद मौत हो गयी थी. परितोष का आरोप है कि डॉक्टर नीरज डोकानिया की लापरवाही के कारण उनके भाई की मौत हुई है. इसको लेकर परिजनों ने रात में खूब हंगामा किया. 23 फरवरी को भी नर्सिंग होम में जमकर हंगामा किया गया. हंगामा होता देख डॉक्टर नीरज डोकानिया नर्सिंग होम से गायब हो गये थे.
गिरीडीह विधायक सह राज्य के नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू नर्सिंग होम पहुंचकर मामले की जानकारी ली और परिजनों को न्याय का आश्वासन दिया. मंत्री के आश्वासन के बावजूद पार्टी नेता परितोष ने फेसबुक पर लाइव आकर डॉक्टर नीरज की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज 11 बजे धरना देने की जानकारी दी. निर्धारित समय पर झामुमो नेता ने धरना भी दिया. लेकिन पार्टी जिला अध्यक्ष की पहल के बाद एक घंटे में धरना समाप्त कर दिया गया.