बाल तस्करी विरोधी दिवस पर आयोजित हुआ जागरुकता कार्यक्रम
Pirtand (Giridih) : बनवासी विकास आश्रम व कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में विश्व मानव तस्करी रोधी दिवस के अवसर पर 30 जुलाई को पीरटांड़ कस्तूरबा स्कूल में गोष्ठी, रैली व शपथ कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में वार्डन सरिता सिंह ने कहा कि आदिवासी बाहुल्य प्रखंड पीरटांड़ तस्कर गैंग के लिए काफी संवेदनशील है. नौकरी के नाम पर या फ़र्ज़ी शादी रचाकर बच्चियों को बड़े शहरों में ले जाया जाता है. कस्तूरबा की बच्चियों को इनसे सावधान रहना चाहिए. किसी के बहकावे में लोभ लालच में नहीं फंसना है. जो बच्चे एक बार तस्करी का शिकार होते हैं उसका भविष्य बर्बाद हो जाता है.
बाल तस्कर गिरोह से झारखण्ड के कई जिले प्रभावित
वनवासी विकास आश्रम के सुरेश शक्ति ने कहा कि बाल तस्कर गिरोह से झारखण्ड के कई जिले प्रभावित हैं. गिरिडीह में भी निरंतर बाल तस्करी हो रही है. झारखण्ड के तस्करी प्रभावित जिलों में दुमका, पाकुड़, गिरिडीह आदि जिले मुख्य रूप से शामिल हैं. तस्करी कि शिकार अधिकांश बच्चे गरीब घरों की हैं. जागरूकता कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने रैली निकालकर बाल विवाह न करने का शपथ भी ली. कार्यक्रम के सीता कुमारी, ज्योत्स्ना रानी, चांदनी मरांडी, सुनील तिवारी, पार्वती सहित दर्जनों छात्राएं उपस्थित थीं.
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