Giridih : राज्य में कोरोना एक बार फिर पांव पसार रहा है. राज्य स्वास्थ्य विभाग से अलर्ट ज़ारी किहोने के बाद सरकारी अस्पताल के सभी चिकित्सकों की छुट्टी रद्द कर दी गई है. बीते 15 दिनों में सदर अस्पताल सहित बरमोरिया कोविड सेंटर में दो बार मॉक ड्रिल की गई. जिले में अब तक 5 कोरोना मरीज़ की पहचान की गई है. तीन पॉज़िटिव मामले गिरिडीह शहर के ही हैं. बावजूद इसके सदर अस्पताल में इलाज़ कराने पहुंच रहे मरीजों के साथ ही अस्पताल कर्मी भी लापरवाही बरत रहे हैं. कोरोना प्रोटोकोल और गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. ओपीडी में मरीज़ों की भीड़ में कही भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है. इक्के-दुक्के लोग ही मास्क में दिख रहे हैं. हद तो इस बात की है कि सदर अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी तक बिना मास्क के ही काम कर रहे हैं. ऐसे में अगर कोई संक्रमित मरीज़ आ गया तो स्थति बिगड़ सकती है.
बुरे अनुभवों से भी नहीं चेत रहे लोग
अस्पताल हो या बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन. मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का कहीं कोई अता पता नहीं है. गिरिडीह के लोगों ने कोरोना की पहली व दूसरी लहर को करीब से देखा है. दूसरी लहर में आधिकारिक रूप से कोरोना से 118 लोगों की मौत दर्ज़ हुई थी. बावजूद लोग बदतर अनुभवों से सबक नहीं ले रहे हैं. सिविल सर्जन डॉ.एसपी मिश्रा की माने तो यह लापरवाही जिले के लोगों को भारी पड़ सकती है.
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