Giridih : आगामी माह 16 से 30 सितंबर तक जिले में एमडीए (मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) अभियान चलाया जाएगा. इसे लेकर 25 अगस्त को समाहरणालय सभागार में डीडीसी शशि भूषण मेहरा की अध्यक्षता में समन्वय समिति की बैठक हुई. बैठक में सिविल सर्जन डॉ. एसपी मिश्रा ने जानकारी दी कि जून में नाइट ब्लड सर्वे सभी प्रखंडों में किया गया. जिन प्रखंडों में फाइलेरिया रोगी पाए गए उन प्रखंडों में एमडीए कार्यक्रम चलाया जाएगा. सर्वे के बाद डुमरी ,बेंगाबाद, धनवार एवं तिसरी में अभियान चलाया जाएगा. सिविल सर्जन ने कहा कि चयनित प्रखंडों में 7,78,668 लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा डीईसी और अल्बेंडाजोल की खुराक दी जाएगी. 16 सितंबर को बूथ पर तथा बाकी दिन घर-घर जाकर स्वास्थ्य कर्मी दवा की खुराक देंगे.
गर्भवती महिला तथा बीमार व्यक्ति को नहीं दी जाएगी खुराक
सीएस ने कहा कि दवा की खुराक 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को नहीं दी जाएगी. इन दवाओं का सेवन खाली पेट करना वर्जित है. दवा पूरी तरह सुरक्षित है. सामान्य लोगों में दवा का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता. दवा खाने के बाद उल्टी, चक्कर, बुखार या खुजली हो तो समझे कि उस व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के परजीवी मौजूद हैं. अभियान की सफलता को लेकर जिले में 5 प्रशिक्षित रैपिड रिस्पांस टीम गठित की गई है. यह टीम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तत्पर रहेगी. सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य कर्मियों के समक्ष ही दवा खाने की अपील आम लोगों से की है. बैठक में सभी प्रखंडों के बीडीओ, सीओ, सीडीपीओ, डीपीआरओ समेत डॉ. सत्यवती हेंब्रम, डॉ. कालिदास मर्मू, डॉ. कमलेश्वर प्रसाद, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. दीपक कुमार, मलेरिया सलाहकार मुकेश कुमार मौजूद थे.
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