गर्भवती महिला तथा बीमार व्यक्ति को नहीं दी जाएगी खुराक
सीएस ने कहा कि दवा की खुराक 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को नहीं दी जाएगी. इन दवाओं का सेवन खाली पेट करना वर्जित है. दवा पूरी तरह सुरक्षित है. सामान्य लोगों में दवा का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता. दवा खाने के बाद उल्टी, चक्कर, बुखार या खुजली हो तो समझे कि उस व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के परजीवी मौजूद हैं. अभियान की सफलता को लेकर जिले में 5 प्रशिक्षित रैपिड रिस्पांस टीम गठित की गई है. यह टीम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तत्पर रहेगी. सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य कर्मियों के समक्ष ही दवा खाने की अपील आम लोगों से की है. बैठक में सभी प्रखंडों के बीडीओ, सीओ, सीडीपीओ, डीपीआरओ समेत डॉ. सत्यवती हेंब्रम, डॉ. कालिदास मर्मू, डॉ. कमलेश्वर प्रसाद, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. दीपक कुमार, मलेरिया सलाहकार मुकेश कुमार मौजूद थे. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=398232&action=edit">यहभी पढ़ें : गिरिडीह : झारखंड राज्य फसल राहत योजना को लेकर बैठक, 26 को आवेदनों का सत्यापन [wpse_comments_template]
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