शव रख 24 घंटे चला मान-मनौव्ल, तमाशबीन बनी रही पुलिस
Ganwa (Giridih) : गावां थाना क्षेत्र के घाघरा स्थित जामिया इस्लामिया दारूल फलाम लिलबनात पिहरा के छत्रावास में मंगलवार की शाम छात्रा की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई थी. 24 घंटे तक चले ड्रामे के बाद अंततः छात्रा के परिजन व हॉस्टल संचालक के बीच बात बनने पर शव को बगैर पोस्टमार्टम के ही दफना दिया गया. इस दरम्यान गिरीडीह व कोडरमा जिले की पुलिस शव को कब्जा में लेने की कोशिश करती रही, जो अंतत विफल हो गई. जैसे ही छात्रा के परिजन और हॉस्टल संचालक के बीच बात बनी उसके फौरन बाद शव को दफनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई. बुधवार की देर रात शव को दफनाया दिया गया. इस बीच लगभग 24 घंटे तक दोनों जिलों की पुलिस तमाशबीन बनी रही और शव को कब्जा कर लाने के लिए कोडरमा के डोमचांच के जानपुर पहुंची गिरीडीह के गावां पुलिस देर रात बैरंग लौट गई.
यह है पूरा मामला
ज्ञात हो कि छत्रावास में अध्ययनरत डोमचांच के जानपुर की छात्रा की संदेहास्पद मौत के बाद हॉस्टल संचालक बगैर पुलिस को सूचना दिए उसका शव लेकर मंगलवार की देर रात छात्रा के घर पहुंच गए. जहां छात्रा के परिजनों ने शव लेकर गए लोगों को बंधक बनाकर इसकी सूचना डोमचांच पुलिस को दे दी. सूचना मिलने पर मामले की जानकारी डोमचांच पुलिस ने गावां थाना को दिया. इसके बाद मामला प्रकाश में आया और इसकी सूचना गिरीडीह एसपी तक को मिली. मामले की गंभीरता को देखते हुए गिरीडीह एसपी के निर्देश पर खोरीमहुआ एसडीपीओ साजिद जफर ने गावां पुलिस को मामले की जांच का आदेश देते हुए शव को कब्जा में लेकर पोस्टमार्टम करवाने का निर्देश दिया. एसडीपीओ के निर्देश पर गावां थानेदार सन्नी सुप्रभात, एसआई दीपक सिंह के नेतृत्व में पुलिस डोमचांच में छात्रा के घर पहुंची और शव को कब्जाने का प्रयास किया. लेकिन इसी बीच हॉस्टल संचालक और छात्रा के परिजनों के बीच समझौता करवाने में समाज के कुछ लोग जुट गए. सूचना है कि बुधवार देर रात दोनों पक्षों के बीच समझौता हो जाने के बाद रात में ही शव को दफना दिया गया.
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