Giridih : जिले के बेंगाबाद सीएचसी में महिला डॉक्टर नहीं रहने से गर्भवती महिलाओं को परेशानी हो रही है. महिला चिकित्सक की अनुपस्थिति में एक एएनएम प्रसव की जिम्मेवारी संभाल रखी है. बेंगाबाद प्रखंड की आबादी करीब एक लाख 75 हजार है. लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रखंड कार्यालय परिसर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है. सीएचसी में कुल चार चिकित्सक और एक एएनएम पदस्थापित हैं.
वर्ष 2021 में आठ महीने के दौरान सीएचसी में 1119 गर्भवती महिलाएं प्रसव कराने पहुंची. जिसमें 18 गर्भवती महिलाओं को बेहतर इलाज के लिए दूससे अस्पताल रेफर कर दिया गया. शेष 1101 गर्भवती महिलाओं का प्रसव सीएचसी में किया गया.
इस सीएचसी में प्रसव कराना जोखिम भरा है. इसका मुख्य कारण है महिला चिकित्सक के स्थान पर एएनएम से प्रसव कराना. सरकारी आंकड़े के अनुसार वर्ष 2021 के अप्रैल महीने में 177 गर्भवती महिलाएं प्रसव कराने भर्ती हुई, जिसमें चार महिलाओं को दूसरे अस्पातल में रेफर किया गया. मई महीने में 137 महिलाओं में से 4 महिलाएं दूसरे अस्पताल में रेफर की गई. उसी तरह जून में 113 में से 2 महिलाएं रेफर की गई, जुलाई में 140 में से दो गर्भवती महिलाएं रेफर, अगस्त में 136 में से दो महिलाएं रेफर, सितंबर में 141 में से तीन रेफर, अक्तूबर में 147 में से एक रेफर, नवंबर महीने में 128 गर्भवती महिलाओं में से दो रेफर की गई.
गर्भवती महिलाओं की वर्ष 2021 में संख्या को देखते हुए इस सीएचसी में महिला चिकित्सक पदस्थापित नहीं है. प्रसव कराने दूसरे अस्पतालों में रेफर किए जाने से गरीब महिलाओं को परेशानी होती है.
प्रसव कराने दूसरे अस्पतालों में रेफर किए जाने से गरीब महिलाएं परेशान
सीएचसी में प्रसव कराने को लेकर बेहतर सुविधा उपलब्ध नहीं रहने के कारण कई घटनाएं घट चुकी है. कुछ महीना पूर्व प्रखंड के फुफंदी गांव निवासी सुरेंद्र दास की पत्नी दिव्या कुमारी को प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था. महिला की गंभीर स्थिति बता गिरिडीह सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. परिजनों ने सदर अस्पताल में पंजीकरण कराया, लेकिन वहां से उसे धनबाद रेफर किया गया. धनबाद में उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया. इलाज के दौरान गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई. बाद में ऑपरेशन कर मृत बच्चे को निकाला गया. प्रसव से जुड़े इस तरह की अन्य मामले भी हैं.
इस संबंध में सीएचसी प्रभारी डॉ. आशीष शेखर ने बताया कि महिला चिकित्सक की मांग की जा चुकी है. इसके बावजूद किसी को नहीं भेजा गया है. सीएचसी में महिला चिकित्सक की सख्त जरूरत है.
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