Giridih : 2 अक्टूबर को सप्तमी तिथि है. सभी पूजा पंडालों के पट खुल चुके हैं. मां दुर्गा का दर्शन करने भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है. सप्तमी को मां के कालरात्रि रूप का पूजन किया जाता है. पंडितों की राय में मां कालरात्रि का स्वरूप विकराल है. भयानक स्वरूप होने के बाद भी मां भक्तों को शुभ फल देती है. इसी कारण कालरात्रि का एक अन्य नाम शुभंकरी भी है.
गिरिडीह में एकेडमी स्कूल, बभनटोली, बड़की मां, छोटकी मां, विजय इंस्टीट्यूट, बरमसिया, अरगाघाट, बरगंडा, कचहरी चौक, हुटटी बाजार, महादेव तालाब रोड, बनियाडीह, पपरवाटांड़, पचंबा, सिरसिया समेत अन्य जगहों में पूजा हो रही है. पूजा पंडालों के आस पास रौनक है.
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