Giridih : गिरिडीह पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. प्रतिबिंब पोर्टल की मदद से साइबर अपराधियों के मुख्य सरगना सहित कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से पुलिस ने तीन आईफोन समेत 12 मोबाइल फोन और 15 सिम कार्ड जब्त किए हैं.
एसपी डॉ बिमल कुमार ने इस बात की जानकारी पपरवाटांड स्थित अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता कर दी. बताया कि ये साइबर अपराधी खुद को बैंक अधिकारी बताकर KYC अपडेट या वेरिफिकेशन के नाम पर खातों से पैसे उड़ा लेते थे. इस मामले में साइबर थाना गिरिडीह में कांड संख्या 38/2025 दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
प्रतिबिंब पोर्टल के माध्यम से मिली सूचना
एसपी के अनुसार, बीते 12 नवंबर को सूचना मिली थी कि गांडेय थाना क्षेत्र के बगरा रेलवे ओवरब्रिज के पास कुछ लोग फोन के जरिए ठगी कर रहे हैं. इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए साइबर थाना प्रभारी रामेश्वर भगत के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमारी की गई. इस दौरान मौके से पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया. टीम में साइबर थाना के पुलिस निरीक्षक चंद्रनाथ उरांव, पुनित गौतम, गुंजन कुमार, सहायक अवर निरीक्षक संजय मुखियार और पुलिस लाइन के सशस्त्र बल भी शामिल थे.
गिरफ्तार साइबर अपराधियों की पहचान
अफताब अंसारी (मुख्य सरगना) : जामताड़ा के कर्माटाड़ थाना क्षेत्र के बरमुंडी निवासी
परवेज अंसारी (मुख्य सरगना) : देवघर के बुढ़ई थाना क्षेत्र के दुलामपुर सिक्टीया जगदीशपुर निवासी
तबरेज अंसारी : : देवघर के बुढ़ई थाना क्षेत्र के दुलामपुर सिक्टीया जगदीशपुर निवासी
तफाजुल अंसारी : गिरिडीह के बेंगाबाद दिघरिया निवासी
नियाज अंसारी : बेंगाबाद के चपुआडीह बुचानावाडीह निवासी
ठगी का तरीका
गिरफ्तार अपराधियों ने बताया कि वे लोगों को फर्जी मोबाइल ऐप (APK फाइल) जैसे SBI Credit Card Update.apk, RTO E-challan.apk, PM Kisan Yojana.apk और YONO SBI Bank.apk भेजते थे.
इसके बाद खुद को बैंक अधिकारी बताकर KYC अपडेट या वेरिफिकेशन के नाम पर OTP लेकर पीड़ितों के खातों से पैसा निकाल लेते थे. गिरफ्तार अपराधी देवघर और जामताड़ा के अन्य साइबर नेटवर्क से भी जुड़े हैं. ठगी के पैसे को फर्जी खातों में भेजा जाता था और बाद में आपस में बांट लिया जाता था.
जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई जारी : एसपी
एसपी डॉ. बिमल कुमार ने कहा कि गिरिडीह पुलिस साइबर अपराध पर सख्त नजर रखे हुए है और ऐसे मामलों में जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई जारी है.
उन्होंने आम लोगों से अपील की कि किसी अजनबी लिंक या ऐप को डाउनलोड न करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें.
Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें

Leave a Comment