धनबाद, हज़ारीबाग और मुंबई से हुई गिरफ़्तारी, 21 जून को जमुआ के बाटी में दिया गया था घटना को अंज़ाम
Giridih : जमुआ के बाटी में बीते 21 जून को हुए पांच करोड़ की हाईप्रोफाइल लूटकांड का गिरिडीह पुलिस की एसआईटी ने खुलासा करते हुए वारदात में शामिल अपराधियों को गिरफ़्तार कर लिया है. पुलिस ने उनके पास से 3 करोड़ 24 लाख 15 हज़ार रूपये बरामद किये हैं. शुक्रवार 7 जुलाई को एसपी अमित रेणु ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी. प्रेसवार्ता के दौरान बरामद रकम को एक बड़े बक्से में भरकर लाया गया. प्रेसवार्ता कर एसपी अमित रेणु, एसडीपीओ मुकेश महतो, नौशाद आलम, डीएसपी संजय राणा, एसडीपीओ मनोज महतो और जमुआ थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बारी-बारी से वारदात के एक-एक तार खोले.
एसआईटी ने किया मामले का खुलासा
मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण एसपी अमित रेणु के निर्देश पर 36 पदाधिकारियों और पुलिस जवानों समेत टेक्निकल सेल की टीम को मिलाकर एसआईटी गठित हुई थी. एसआईटी के सदस्यों ने अलग-अलग छापेमारी कर छह अपराधियों को आठ मोबाइल और लूटे गये एक क्रेटा और एक एसयूवी वाहन के साथ दबोचा है.
गिरफ़्तार अपराधियों में धनबाद के गोंविदपुर थाना क्षेत्र का भिलेज रोड निवासी राजेश सिंह, इसी थाना क्षेत्र के अमलाटांड निवासी करीम अंसारी, अमरपुर उपरबाजार निवासी विनोद विश्वकर्मा, फकीरडीह निवासी शाहजाद आलम, हजारीबाग के बरही निवासी रंजीत कुमार और चतरा के ईटखोरी निवासी अजीत सिंह शामिल है. एसपी ने बताया कि सबसे पहले गिरफ्तारी रंजीत कुमार को गिरफ़्तार किया गया. जिसके पास से 1 करोड़ 14 लाख रूपये बरामद हुए. इसके बाद रंजीत की निशानदेही पर ही पांच और अपराधियों के ठिकानों पर छापेमारी कर दबोचा गया. इसके बाद सबों के पास से 3 करोड़ 24 लाख 15 हजार बरामद किए गए.
मास्टरमाइंड गुलाब सिंह अब भी पकड़ से बाहर
एसआईटी के मुताबिक गिरोह का मास्टरमांइड बरही का गुलाब सिंह ही है, जो फ़रार है. उसके ही इशारे पर जमुआ के बाटी में बड़े लूटकांड को अंजाम दिया गया. गुलाब सिंह के इशारे पर जीटी रोड और नेशनल हाईवे पर हर आने जाने वाले वाहनों की रेकी होती थी. गिरोह के सदस्य कभी खुद को पुलिस पदाधिकारी, तो कभी फाइनेंस कंपनियों के रिकवरी एजेंट और कई बार फर्जी परिवहन पदाधिकारी तक बनकर गाड़ियों को रोक कर उनकी रेकी करते थे.
रिकवरी एजेंट बनकर रेकी की और लूट लिये कार सहित 5 करोड़ रूपये
गुजरात के पाटन जिले के संतालपुर निवासी चालक मयूर सिंह जडेजा 21 जून को अपने साथी जगत सिंह जडेजा के साथ पटना के डीवाई कंपनी के प्रबंधक भरत सिंह सोंलकी के निर्देश पर पटना से कोलकाता पांच करोड़ रुपए पहुंचाने जा रहा था. सुरक्षा के लिहाज से ही कार चालक ने अपने क्रेटा कार में गुप्त सेफ बनाकर पांच करोड़ उसमें रख लिए. पटना से कोलकाता जाने के क्रम में गुलाब सिंह अपने इन साथियों के साथ जीटी रोड पर मयूर सिंह के गाड़ी को खुद को रिकवरी एजेंटी बताकर रोका. जब गाड़ी में बड़ी रकम होने की भनक लगी तो जमुआ के बाटी में लूटने का प्लान बनाया और बाटी में ओवरटेक करते हुए कार सहित पांच करोड़ लूटकर फरार हो गया.
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