Giridih : गिरिडीह के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के झरियागादी के गरहाटांड गांव में बुधवार 12 अप्रैल की देर शाम एक घर में हुए डकैती कांड का पुलिस ने कुछ घंटे में ही खुलासा कर दिया. जब पुलिस ने छानबीन शुरू की तो मामला चौंकाने वाला निकला. घर का मंझला बेटा और उसकी पत्नी ही लुटेरे निकले.
पुलिस ने चंद घंटो में किया खेल उज़ागर
घर के अंदर दो कमरों के अलमारी से डेढ़ लाख नगद सहित करीब दस लाख के जेवरात लूट की सूचना मिलते ही एसपी अमित रेणु ने फौरन एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, मुफस्सिल थाना प्रभारी कमलेश पासवान, नगर थाना प्रभारी आदिकांत महतो को घटनास्थल पर भेजा था. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इसकी छानबीन शुरू की तो देखा कि जिस महिला को कथित तौर पर नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश किया गया था, वह होश में है. उसने बताया कि शाम को उसकी सास रिंकू देवी मोहल्ले में ही कहीं गई थी, घर के नीचे तल्ला में वह अकेली थी. तभी पांच से सात अपराधी आए और उसे कुछ नशीला पदार्थ सूंघा कर लूटपाट की वारदात को अंज़ाम दिया. उसने यह भी बताया कि घटना के वक्त उसके पति अभिषेक कुमार सिंह उर्फ छोटू मकान के उपरी हिस्से में सो रहे थे. इसके बाद पुलिस ने हर एंगल से जांच शुरू की.
पड़ोसी के एक बयान ने गिरा दिया खेल से पर्दा
जांच के क्रम में एक पड़ोसी ने एसडीपीओ को बताया कि घटना के वक्त वो अपने घर की छत पर थे. उसी दौरान एक अज्ञात लड़की को घर के बगल में एक चहारदीवारी में झाड़ियों में कुछ समान फेंकते देखा. ये सुनकर पुलिस का दिमाग ठनका. एसडीपीओ ने छानबीन करना शुरू किया तो झाड़ियों के बीच से मुफ्फसिल थाना प्रभारी कमलेश पासवान को एक पोटली में चांदी के कुछ जेवर पड़े मिले. इसके बाद एसडीपीओ अनिल सिंह का शक गृह स्वामी सह सिविल सर्जन के ड्राइवर के मझले बेटे अभिषेक सिंह उर्फ छोटू और उसकी पत्नी रुचि सिंह पर गया. दोनों से पूछताछ शुरू हुई तो पुलिस के सामने अपना अपराध कबूला और गिट्टी समेत अन्य स्थानों पर रखे नगद और दूसरे जेवरात को बाहर निकाला. जिसके बाद पुलिस ने अभिषेक सिंह उर्फ छोटू और उसकी पत्नी रुचि सिंह को गिरफ्तार कर लिया.
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