- जिले के 225 सहायक अध्यापक पर लटक रही है बर्खास्तगी की तलवार
- जांच में फर्जी पाया गया शैक्षणिक प्रमाण पत्र
- आरोपियों को पठन पाठन से किया गया है दूर
Abhay Varma
Giridih: फर्जी शिक्षक नियुक्ति मामले की एक बार फिर जांच होगी. इस बार पांच सदस्यीय अधिकारियों की टीम मामले की जांच करेगी. तभी किसी पर कार्रवाई की जाएगी. जिला शिक्षा अधीक्षक विनय कुमार ने उक्त जानकारी शुक्रवार को दी. टीम में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा सहित जिला शिक्षा पदाधिकारी नीलम टोप्पो, जिला शिक्षा अधीक्षक विनय कुमार व दो अन्य अधिकारी कमेटी में शामिल किए जाएंगे. जानकारी के अनुसार, दशहरा के बाद इसपर फैसला लिया जाएगा. बता दें कि अब तक जो जांच प्रक्रिया चली है उसमें सभी के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं, पर राजनीतिक दबाव में विभाग ने मानवीय पहलू पर भी विचार किया है. जिला शिक्षा अधीक्षक ने बताया की 10 से 15 साल की नौकरी के बाद ऐसे बेरोजगार हुए शिक्षकों के भविष्य का क्या होगा, इस पर भी विचार किया जा रहा है, पर यह भी सच है की गलत हुआ है. फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी पाने वाले शिक्षकों के लगातार मामले आ रहे हैं. पर इस बार बड़ी संख्या में फर्जी शिक्षक पकड़ में आए हैं. जिले के विभिन्न प्रखंडों के कुल 225 सहायक शिक्षकों की बर्खास्तगी को सकती है. कागजी प्रक्रिया अंतिम चरण में है. कुल बर्खास्त होने वाले सहायक अध्यापकों में सर्वाधिक संख्या गांवा प्रखंड के हैं. गांवा के कुल 80 सहायक अध्यापकों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की जा रही है. बड़ी संख्या में सहायक अध्यापकों की बर्खास्तगी को लेकर जिले के शिक्षा महकमे में खलबली मची हुई है. विभागीय सूत्रों की माने तो अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है. इससे एक दशक पूर्व बड़ी कार्यवाही की गई थी. तब 100 पारा शिक्षक बर्खास्त किए गए थे.
इसे भी पढ़ें- पूर्व विधायक जानकी प्रसाद यादव ने कई पंडालों का किया भ्रमण समेत कोडरमा की कई खबरें