Tisri (Giridih) : झारखंड के बजट में स्वास्थ्य के लिए भले ही 7470.5 करोड़ का प्रावधान कर दिया गया है. बड़े-बड़े अस्पताल और मेडिकल कॉलेज खोलने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन धरातल पर स्थिति ठीक नहीं है. आज भी कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां एंबुलेंस तक की सुविधा दुरुस्त नहीं है. ताजा मामला गिरिडीह जिले के तिसरी प्रखंड का है. मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर दूर खोरो गांव में शुक्रवार की रात एक किशोरी करंट लगने से बेहोश हो गई. स्थानीय लोगों ने 108 एंबुलेंस सेवा के लिए 5 से 6 बार फोन किया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ. अंत में रात 11:30 बजे गांव के सामाजिक कार्यकर्त्ता इंकज कुमार ने किशोरी को बेहोशी की हालत में बाइक से अस्पताल पहुंचाया. जहां इलाज के बाद किशोरी को होश आया. यह भी पढ़ें : नागपुर">https://lagatar.in/nagpur-violence-devendra-fadnaviss-attitude-is-harsh-said-properties-of-rioters-will-be-confiscated-bulldozer-will-be-used/">नागपुर
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गिरिडीह : करंट लगने से किशोरी बेहोश, नहीं आई एंबुलेंस, बाइक से पहुंचाया गया अस्पताल

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