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गिरिडीह: महुआ चुनने के लिए जंगलों में लगाई जा रही आग, पर्यावरण को हो रहा भारी नुकसान

Giridih: जिले के कई क्षेत्रों में गर्मी का मौसम आते ही महुआ के फूल को चुनने के लिए लोग जंगलों के सूखे पत्तों में आग लगा देते हैं, जिससे कई पेड़ पौधे जलकर नष्ट हो जाते हैं. इसके खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है. इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि पतझड़ के बाद जंगल में काफी सूखे पत्ते टूट कर गिर जाते हैं. जिसकी वजह से महुआ के फूल को चुनने में परेशानी होती है. सूखे पत्तों के नीचे महुआ का फूल गिरने से ग्रामीण परेशान हो जाते हैं. लिहाजा जागरुकता की कमी के कारण लोग इन पत्तों में आग लगा देते हैं. जिससे लाखों रुपये का नुकसान वन विभाग को उठाना पड़ता है. इसे भी पढ़ें- ऑपरेशन">https://english.lagatar.in/karnataka-high-court-orders-inquiry-against-cm-yeddyurappas-role-in-operation-kamal/44510/">ऑपरेशन

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जंगल में आग लगने का घटनाक्रम 

गुरुवार को गावां प्रखंड स्थित ताराबाबा के पास जंगल में किसी ने आग लगा दिया. कई एकड़ में लगे जंगलों में आग धधक रही है.  जिसे देखकर इस मार्ग में आने-जाने वाले लोग भयभीत हैं. जंगल मे आग काफी तेजी से फैल रही है. ताराबाबा के पास आग ने विकराल रूप ले लिया है. जिसकी चपेट में आने से कई पेड़ पौधे जलकर नष्ट हो रहे हैं. गर्मी बढ़ने के साथ प्रखंड के जंगलों में आग की लपटें प्रतिदिन जारी हैं. हरेक क्षेत्र में आग की लपटें देखी जा सकती हैं. मार्च, अप्रैल, मई महीनों में जंगलों में भीषण आग की लपटें दिखती हैं. यह सिलसिला वर्षो से बदस्तूर जारी है. हालांकि वन विभाग के अधिकारियों की अपनी दलीलें हैं. इसे भी पढ़ें- CORONA">https://english.lagatar.in/corona-update-corona-patients-rise-again-in-state-690-new-patients-found-one-died-in-dumka/44548/">CORONA

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जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत

लेकिन सच्चाई है कि जंगलों में आग लगने से पेड़-पौधे तो नष्ट होते ही हैं. इसके साथ साथ वन्य जीवों पर भी असर पड़ता है. आज तक जंगलों में तथा क्षेत्र के अगल बगल पेड़ के नीचे में लगी आग पर काबू पाने का कोई ठोस उपाय नहीं किया गया है. इधर फोरेस्टर जयप्रकाश महतो से पूछे जाने पर बताया गया कि अभी वनकर्मी को भेज कर आग को बुझाया जाएगा. ताराबाबा के जंगल में आग लगी है. इसकी सूचना मुझे नहीं थी. अभी आपके द्वारा सूचना मिला है. लिहाजा वनकर्मी को भेज रहे हैं. इस संबंध में धनवार के भाकपा माले के पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने बताया कि, महुआ के फूल की चुनने के लिए अक्सर जंगल में आग लगाई जाती है. इसको लेकर जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है. इसे भी पढ़ें- भारतमाला">https://english.lagatar.in/bharatmala-project-cm-directs-to-complete-the-remaining-600km-road-in-six-months/44545/">भारतमाला

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