Giridih : कांग्रेस जिलाध्यक्ष चुनाव के बाद पार्टी में शुरू अंतर्कलह नहीं थम रहा है. अंतर्कलह की शुरुआत जिलाध्यक्ष के चुनाव के समय हुई थई. पद की आस लगाए कई नेता बैठे थे. जिलाध्यक्ष पद की रेस में जो पिछड़ गए वे बगावत के मूड में उतर गए. इन नेताओं को शांत करने के लिए कोई पद थमा दिया गया. सतीश केडिया को कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया गया.
जिलाध्यक्ष धनंजय कुमार सिंह और कार्यकारी अध्यक्ष के बीच फिलहाल ठीक नहीं चल रहा है. दोनों के बीच वर्चस्व को लेकर खींचतान चल रही है. चार दिनों पूर्व पार्टी कार्यालय में दोनों के बीच बैठने को लेकर कहासुनी हुई. कांग्रेस की हाथ जोड़ो यात्रा के जिला प्रभारी गिरिडीह के दौरे पर आए थे. उनके आगमन पर पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया था. पत्रकार वार्ता के बाद जिलाध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष के बीच इस बात को लेकर बहस हुई कि कार्यकारी अध्यक्ष का पत्रकार वार्ता में अनदेखी की गई. पार्टी सूत्रों के अनुसार कार्यकारी अध्यक्ष को जिलाध्यक्ष पार्टी का झुनझुना मानते हैं. वहीं कार्यकारी अध्यक्ष का भी जिलाध्यक्ष के प्रति धारणा ठीक नहीं हैं. वे जिलाध्यक्ष को अनुकंपा पर जिलाध्यक्ष की कुर्सी हासिल करने वाले नेता करार देते हैं. हालांकि दोनों मीडिया के सामने एक दूसरे के खिलाफ खुलकर नहीं बोलते.
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उल्लेखनीय है कि जिलाध्यक्ष ने विगत 10 जनवरी को वनभोज का आयोजन किया था. जिसमें कार्यकारी अध्यक्ष समेत पार्टी के कई वरीय नेताओं को आमंत्रित नहीं किया गया. इसके कारण भी जिलाध्यक्ष से कार्यकारी अध्यक्ष समेत कई नेता नाराज हैं. विवाद के कारण कांग्रेस को नुकसान हो रहा है. जिले में संगठन का विस्तार नहीं हो रहा है.
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