Tisri (Giridih) : देवरी प्रखंड के घसकरीडीह पंचायत के बालमित्र गांव करमाटांड़ के लोग ट्रांसफामर के अभाव में पिछले करीब 3 वर्षों से अंधेरे में रहने को विवश थे. युवा मंडल के प्रयास से गांव में शनिवार को नाया ट्रांसफार्मर लग गया. घरों में तीन साल बाद बिजली पहुंचने से ग्रामीणों में खुशी है. उल्लेखनीय है कि गांव में बिजली नहीं रहने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी. बच्चे ढिबरी की रोंशनी में पढ़ने और रहने को विवश थे.
विदित हो कि, 2023 से बाल मित्र ग्राम का कार्य कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन की ओर से शुरू किया गया था, प्रारंभ से ही इस मुख्य समस्या के समाधान के लिए सभी को प्रेरित किया जाने लगा, हितधारक समूह युवा मंडल, बाल मित्र ग्राम समिति, महिला मंडल के सदस्यों की अगुवाई में प्रखंड विद्युत विभाग को आवेदन देकर समस्या के समाधान की मांग की गई, पर अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया. युवा मंडल के सदस्य इसके लिए लगातार प्रयासरत थे. सदस्यों ने इस मुद्दे पर SDO खरगडीहा से मुलाकात की थी. इसके 2 महीने के अंदर गांव में नया ट्रांसफार्मर लग गया. गिरिडीह से ट्रांसफार्मर लाने के लिए युवा मंडल के सदस्य सह पंचायत के उप मुखिया सदस्य दिनेश बेसरा की अगुवाई में ग्रामीणों ने चंदा कर गाड़ी की व्यवस्था की.
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