Ranchi: बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी को अग्रिम जमानत के लिए अभी और इंतजार करना होगा. दुष्कर्म यौन शोषण आरोपों से घिरे पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी की जमानत याचिका पर रांची सिविल कोर्ट के प्रधान न्यायायुक्त नवनीत कुमार की अदालत में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान प्रार्थी सुनील तिवारी की ओर से झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता जसविंदर मजूमदार ने कोर्ट में बहस की. जबकि राज्य सरकार की तरफ से लोक अभियोजक अनिल सिंह ने पक्ष रखा. अदालत ने सुनील तिवारी द्वारा दायर जमानत याचिका को AJC 7 की कोर्ट में हस्तांतरित कर दिया है. अब शनिवार को AJC 7 विशाल श्रीवास्तव की अदालत सुनील तिवारी की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करेगा.
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अदालत ने सुनील तिवारी के खिलाफ वारंट जारी कर दिया है
यौन शोषण और दुष्कर्म के आरोपों से घिरे पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. पिछली सुनवाई के दौरान जांच अधिकारी के द्वारा कोर्ट से वारंट प्राप्त कर लिया गया है. अदालत के द्वारा सुनील तिवारी के खिलाफ वारंट जारी कर दिया गया है . जिसके बाद उनकी मुश्किल है अब बढ़ गई हैं. क्योंकि उनके ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. रांची सिविल कोर्ट के अपर आयुक्त विशाल श्रीवास्तव की अदालत से सुनील तिवारी के खिलाफ वारंट जारी हुआ है.
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सुनील तिवारी के खिलाफ अरगोड़ा थाने में मामला दर्ज किया गया है
बता दें कि सुनील तिवारी पर उनके यहां काम करने वाली एक युवती ने दुष्कर्म एवं यौन शोषण समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं. इस मामले में युवती के द्वारा अरगोड़ा थाने में कांड संख्या 229/ 2021 दर्ज कराया गया है. जिसकी जांच रांची पुलिस कर रही है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पीड़िता का 164 का बयान भी दर्ज हो चुका है. आये दिन इस प्रकरण में नए मोड़ सामने आ रहे हैं. युवती के परिजनों के द्वारा इस मामले में झारखंड हाईकोर्ट में हेवियस कोरपस भी दायर की गई है. इतना ही नहीं इस प्रकरण के सामने आने के बाद भाजपा के कई नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात की और सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कई तरह की बयानबाजी भी हुई है.
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