पीपल पेड़ पास देती हैं पहरा
Dhanbad: कोरोना को लेकर वैसे तो प्रशासन मुस्तैद है, लेकिन दूसरी तरफ कुछ ग्रामीण भी अपने स्तर से सुरक्षा में लगे हैं. इसमें धनबाद का एक ऐसा ही गांव है दलदली, जो अब तक कोरोना मुक्त है. यह बाघमारा प्रखंड के धावाचिता पंचायत का दलदली गांव का आदिवासी टोला है. इसकी आबादी लगभग 600 है. बड़ी बात यह है कि अबतक इस आदिवासी टोले में कोरोना ने दस्तक नहीं दी है. इसमें गांव की लड़कियों का अहम रोल है.
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कोरोना गाइडलाइंस का करती हैं पालन
बताया जाता है कि कोरोना के खिलाफ जंग में गांव की लड़कियों ने मोर्चा संभाला हुआ है. सभी लड़कियां गांव के प्रवेश द्वार पर पीपल पेड के नीचे बने चबूतरे पर बैठकर कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए पहरेदारी करती हैं. वे गांव में हर आने वालों पर नजर रखती हैं. इस दौरान जब कोई बाहरी व्यक्ति गांव में आता दिखता है तो उसे सबसे पहले मास्क लगाने की हिदायत देती हैं. फिर हाथों को सैनिटाइज कराया जाता है. साथ ही उसे कोरोना जांच के लिए भी कहा जाता है.
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गांव में दूसरे राज्य से आने वाले लोगों को कोरोना जांच के बाद ही प्रवेश करने दिया जाता है. उनका कहना है कि जब सरकार कोरोना की रोकथाम के लिए इतना कुछ कर रही है तो हमलोगों का भी यह फर्ज बनता है कि सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलें और देश को कोरोना मुक्त करें. गांव के लड़कों का कहना है कि हम सभी मिलकर अपने गांव को कोरोना महामारी से बचाने के लिए एक मुहिम चला रहे हैं. इस कार्य मे लड़कियों का बहुत बड़ा योगदान है. सभी लड़कियां पूरे लगन से पहरे पर रहती हैं और कोरोना को लेकर आगाह करती रहती हैं.
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