Godda : गोड्डा में सड़क जाम करने के 15 साल पुराने एक मामले में ट्रायल का सामना कर रहे 17 भाजपा कार्यकर्ताओं को न्यायिक दंडाधिकारी रेमी प्रफुल्ल बा की आदालत ने साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया. मामला वर्ष 2009 में गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे जुड़ा है. तब सासंद के साथ पोड़ैयाहाट थाना पुलिस के कथित दुर्व्यवहार के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन कर रहे थे. छुरिया बाबा स्थान के समीप विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा था. घटना को लेकर गोड्डा नगर थाना में भाजपा कार्यकर्ता पवन झा व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. कुल बीस आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र समर्पित होने के बाद न्यायालय संज्ञान लेते हुए आरोप गठन कर मामले की सुनवाई शुरू की थी. इसी दौरान तीन आरोपियों अविनाश पटेल, सुनील साह व महिला कार्यकर्ता प्रोन्नति दुबे की मौत हो गई.
15 साल तक चली लंबी न्यायिक प्रक्रिया में गवाहों का परीक्षण कराया गया. उपलब्ध साक्ष्यों का अवलोकन करने के बाद न्यायिक पदाधिकारी रेमी प्रफुल्ल बा ने कांड में आरोपी 17 भाजपा कार्यकर्ताओं को साक्ष्य के अभाव में बरी करने का आदेश दिया.
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