Godda : मिट्टी ढुलाई में लगे एक ट्रैक्टर के पलटने से चालक की मौत का मामला तूल पकड़ चुका है. चालक के परिजनों का आरोप है कि ट्रैक्टर मालिक मामला को दबाने में लगे हुए हैं. हादसे के बाद चालक का इलाज नहीं कराकर भागलपुर ले जाने के नाम घंटों शव को घुमाते रहे. इसके पीछे ट्रैक्टर मालिक की मंशा मामला को दबाना था. घटना मुफस्सिल थाना अंतर्गत ग्राम तेलडीहा की है.
बता दें कि 19 अप्रैल की दोपहर सरकारी योजना के तहत ठेकेदार ने पोखर की खुदाई के काम में ट्रैक्टर को लगाया था. मिट्टी की ढुलाई करते समय ट्रैक्टर पलटने से चालक नीचे दब गया. चालक का नाम नुनबट्टा बरन टोला गांव निवासी नीतू महतो (50) है. हादसे की जानकारी पाकर ट्रैक्टर मालिक यूसुफ अंसारी घटनास्थल पर पहुंचे और चालक को बोलेरो गाड़ी में लादकर इलाज के बहाने गोड्डा की ओर ले जाने लगे. रास्ते में सरकंडा चौक पर ड्राइवर के पुत्र को भी बोलेरो में बैठा लिया. इसके बाद वे भागलपुर के लिए रवाना हो गए. वे इलाज का बहाना कर लाश को गोड्डा से भागलपुर तक घुमाया.
ट्रैक्टर चालक के बेटे के मुताबिक बालेरो में उसने अपने पिता को हिलाया डुलाया, लेकिन उन्होंने इशारे तक नहीं की. शरीर अकड़ चुका था. बेटे का आरोप है कि भागलपुर ले जाते वक्त रास्ते में ही उनकी मौत हो चुकी थी. ट्रैक्टर मालिक ने भागलपुर में बिना किसी चिकित्सक को दिखाए वापस गोड्डा लाकर शव परिजनों को सौंप दिया. शव मिलने के बाद परिजनों ने अस्पताल पहुंचाया. मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम कराया. ट्रैक्टर मालिक फरार है. उसकी तलाश जारी है.
मृतक के परिजनों ने ट्रैक्टर मालिक पर आरोप लगाया है कि साजिश के तहत इलाज में कौताही बरती गई. दुर्घटना के बाद घायल चालक को सबसे पहले सदर अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए था. मालिक ने ऐसा नहीं किया. गोड्डा में भी किसी चिकित्सक को भी नहीं दिखाया. चालक की मौत घटनास्थल पर ही हो चुकी थी. मामला को दबाने के ख्याल से ट्रैक्टर मालिक ने ऐसा किया.