Godda: मजदूर दिवस पर घोषित छुट्टी को रद्द कर कार्यालय में आकर काम करने के शिक्षा विभाग से जारी किए गए आदेश पर कर्मचारी संघ के नेताओं ने रोष जाहिर किया है. डीइओ सुशील कुमार ने उपायुक्त से मिले निर्देश का हवाला देते हुए पत्र जारी कर कर्मियो को निर्देश दिया है. सीएम के कार्यक्रम को देखते हुए सभी कर्मी को रविवार व मजदूर दिवस पर कार्यालय आकार बायोमैट्रिक हाजरी बनाने की बात कही है. झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष मुजाहिदुल इस्लाम ने प्रशासन के इस आदेश पर रोष जाहिर करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के नाम पर एक दिन विश्व के लगभग 80 देशों में अवकाश घोषित है. उसी मजदूर दिवस पर भी काम पर जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. यह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस का अपमान भी है. वर्ष 1886 में हुए संघर्ष और आंदोलन के बाद आठ घंटे काम का करने का कानून बना. जिस उद्देश्य से आठ घंटे काम का कानून बना आज उस कानून की धज्जियां बड़े पदाधिकारी ही उड़ा रहें हैं. अवकाश के दिनों में भी काम लिया जाना गुलामी का प्रतीक है. इसके लिए सरकार और नौकरशाह जिम्मेवार है.
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