आवेदन देकर बोकारो डीसी राजेश कुमार सिंह से गुहार लगायी है कि गोमिया को नगर परिषद बनने दिया जाये. आवेदन के माध्यम से लोगों ने डीसी से कहा है कि गोमिया में कई बड़े सरकारी और प्राइवेट प्रतिष्ठान हैं. साथ ही गोमिया क्षेत्र नगर परिषद की आहर्ताओं को पूरी करता है. इसलिए गोमिया के सर्वांगीण विकास के लिए गोमिया का नगर परिषद बनना बेहद जरूरी है. बता दें कि पिछली सरकार ने गोमिया को नगर परिषद बनाने पर अपनी मुहर लगा दी थी. लेकिन पूर्व विधायक योगेंद्र महतो ने इसे एक राजनीतिक मुद्दा बना दिया था. साथ ही कुछ मुखिया के साथ मिलकर गोमिया नगर परिषद के विघटन का प्रस्ताव विभाग की तरफ से बोकारो डीसी को भेजने का काम किया. अब देखने वाली बात होगी कि बोकारो डीसी इस मामले पर क्या करते हैं.
विभाग ने मांगा है सुझाव
झारखंड के राज्यपाल के आदेश से नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे ने बोकारो जिला के नवगठित गोमिया नगर परिषद विघटन के लिए गजट प्रकाशन के पूर्व आम जनता से सुझाव मांगा है. इस संबंध में बीते मंगलवार को गोमिया बीडीओ ने प्रखंड कार्यालय के सूचना पट्ट में नोटिस चिपकाया है. [caption id="attachment_449" align="aligncenter" width="600"]alt="गोमिया नगर परिषद का हो गठन, 100 लोगों ने बोकारो DC को दिया आवेदन" width="600" height="400" /> बोकारो डीसी को दिया गया आवेदन[/caption] इस नोटिस में कहा है कि झारखंड नगरपालिका अधिनियम, 2011 (झारखंड अधिनियम-07, 2012) की धारा-2 (6) परन्तुक में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए झारखंड के राज्यपाल उक्त अधिनियम के प्रयोजनार्थ बोकारो जिला के अन्तर्गत गोमिया प्रखण्ड के आठ राजस्व ग्राम जैसे गोमिया, पलिहारी गुरूडीह, ससबेड़ा, खम्हरा, स्वांग, पिपराडीह, हजारी और खुदगडा को मिलाकर विभागीय अधिसूचना संख्या-4561 दिनांक-07.09.2018 द्वारा गठित गोमिया नगर परिषद वर्ग ख` को विघटित करते हैं.