मौसम विभाग की यह भविष्यवाणी कृषि और अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर मानी जा रही है. इसकी वजह यह है कि कृषि क्षेत्र भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 18फीसदी का योगदान देता है. इस क्रम में मौसम विभाग ने पूरे मॉनसून में अल नीनो की स्थिति की संभावनाओं को खारिज कर दिया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने दिल्ली में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मॉनसूनी मौसम यानी जून से सितंबर तक सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना जताई. कहा कि संचयी वर्षा दीर्घावधि औसतन 105 फीसदी (87) सेमी तक रहने का अनुमान है. मृत्युंजय महापात्रा के अनुसार भारतीय उपमहाद्वीप में सामान्य से कम मॉनसूनी वर्षा से जुड़ी अल नीनो जैसी स्थिति इस बार विकसित नहीं होगी. है. जान लें कि देश में मॉनसून आमतौर पर 1 जून के आसपास केरल में दस्तक देता है. उसके बाद वह धीरे धीरे पूरे भारत में छा जाता है. वर्तमान में जारी गर्मी को लेकर कहा, देश के कुछ हिस्से अभी अत्यधिक गर्मी से जूझ रहे हैं. अप्रैल से जून के तक कई राज्यों में लू चलने की संभावना है. उन्होंने कहा कि पेयजल का भी संकट खड़ा होने की संभावना है. इसे">https://lagatar.in/supreme-court-judge-praises-pm-modi-who-proudly-says-he-reached-here-because-of-the-constitution/">इसे2025 के दक्षिण-पश्चिम मानसून सीजन में होने वाली वर्षा का दीर्घावधि पूर्वानुमान देश में 2025 के दक्षिण-पश्चिम मानसून (जून से सितंबर) की ऋतुनिष्ठ वर्षा सामान्य से अधिक (>104% (दीर्घ अवधि औसत (एलपीए/LPA)) होने की सबसे अधिक संभावना है। मात्रात्मक रूप से, देश में ऋतुनिष्ठ वर्षा LPA… pic.twitter.com/XS0ABNYcO6
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— India Meteorological Department (@Indiametdept) April">https://twitter.com/Indiametdept/status/1912102207501000787?ref_src=twsrc%5Etfw">April
15, 2025
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