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इकोनॉमी के लिए अच्छी खबर, अगस्त में जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ के पार

LagatarDesk :  जीडीपी के बाद अब जीएसटी को लेकर भी अच्छी खबर आ रही है. अगस्त में एक बार फिर जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ के पार रहा. बता दें कि अगस्त में कुल 1.12 लाख करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्शन हुआ . यह अगस्त 2020 के मुकाबले 30 फीसदी अधिक है. अगस्त में कलेक्ट हुए जीएसटी में CGST का हिस्सा 20522 करोड़, SGST का 26605 करोड़ और IGST का 56247 करोड़ रुपये रहा. IGST में 26884 करोड़ जीएसटी इंपोर्ट से आया है. जिसमें सेस के 8646 करोड़ है.  इसमें इंपोर्टेड गुड्स पर सेस का कलेक्शन 646 करोड़ रहा. https://twitter.com/FinMinIndia/status/1432974767108157440

 

जुलाई और अगस्त में इतना हुआ था जीएसटी कलेक्शन

आपको बता दें कि इससे पहले जुलाई 2021 में जीएसटी कलेक्शन 33 फीसदी बढ़कर 1.16 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया था. वहीं जून 2021 में जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से कम यानी 92,849 करोड़ रुपये रहा था. इसे भी पढ़े : सायरा">https://lagatar.in/saira-banus-health-suddenly-deteriorated-admitted-to-hinduja-hospital/">सायरा

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इस साल अब तक ऐसा रहा GST कलेक्शन

महीना

जीएसटी कलेक्शन (रु)

अगस्त 2021

1,12,020

जुलाई 2021

1,16,293

जून 2021

92,849

मई 2021

1,02,709

अप्रैल 2021

1,41,384

मार्च 2021

1,23,000

फरवरी 2021

1,13,000

जनवरी 2021

1,20,000

लगातार 9 महीने से जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ के पार

आपको बता दें कि जीएसटी कलेक्शन लगातार 9 महीने से 1 लाख करोड़ के पार रहा. हालांकि केवल जून माह में यह 1 करोड़ से नीचे चला गया था. कोरोना की दूसरी लहर के कारण अप्रैल और मई में पूरे देश में प्रतिबंध लगाया गया था. जिसके कारण बिजनेस एक्टिविटी में गिरावट आयी थी. हालांकि जून के अंत में जब प्रतिबंध हटाये गये तो जुलाई में जीएसटी कलेक्शन फिर से 1 लाख करोड़ के पार पहुंच गया. सरकार का अनुमान है कि आने वाले महीनों में जीएसटी कलेक्शन और अधिक होगा. इसे भी पढ़े : Shershaah">https://lagatar.in/shershaah-creates-history-the-most-watched-film-in-india-made-on-amazon-prime/">Shershaah

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मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी में दिखा ग्रोथ

अगस्त में मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी इंडेक्स 52.30 रहा. जुलाई में यह 55.30 था. आपको बता दें कि यदि इंडेक्स 50 से ज्यादा रहता है तो इसके रिकवरी माना जाता है. यदि यह 50 से कम आता है तो यह संकुचन माना जाता है. इस हिसाब से अगस्त में मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी बढ़ी, लेकिन जुलाई की तुलना में रिकवरी केट कम रही. इसे भी पढ़े : BIG">https://lagatar.in/big-breaking-high-court-hands-over-investigation-of-roopa-tirkey-case-to-cbi/">BIG

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पहली तिमाही में GDP की ग्रोथ रेट 20.1 फीसदी रही

आपको बता दें कि इंडियन इकोनॉमी भी पटरी पर लौट गयी है. कोरोना काल में पहली बार GDP में भारी उछाल आया है. वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में GDP की ग्रोथ रेट रिकॉर्ड 20.1 फीसदी रही है. जबकि पिछले साल समान तिमाही में निगेटिव 23.9 फीसदी जीडीपी ग्रोथ रेट रही थी. बता दें कि जीडीपी से किसी भी देश की आर्थिक स्थिति को मापा जा सकता है. इसे भी पढ़े : झारखंड">https://lagatar.in/45-police-officers-of-jharkhand-police-found-eligible-for-acp-and-macp/">झारखंड

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