गूगल ने कहा कि वह भारत को 135 करोड़ रुपए का फंड देगी, इसमें 5 करोड़ रुपए गूगल के CEO सुंदर पिचाई भी डोनेट करेंगे
NewDelhi : भारत में त्राहिमाम है. कोरोना की दूसरी लहर में हालात बदतर होते जा रहे हैं. इसी बीच अच्छी खबर यह है कि इस संकट से लड़ने के लिए दुनिया के कई देशों के साथ टेक कंपनियों के दिग्गज आगे आ रहे हैं. बता दें कि भारत को इस संकट के दौर में लगातार इंटरनेशनल मदद मिलनी शुरू हो गयी है. एक ओर ब्रिटेन ने वेंटिलेटर और ऑक्सीजन कन्स्टेटर डिवाइस भेजने शुरू किये हैं, तो यूरोपीय संघ के सदस्य भी सहायता भेज रहे हैं.
अमेरिका ने भी सीरम इंस्टीट्यूट के लिए वैक्सीन बनाने में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल भेजने की बात मान ली है. ब्रसेल्स में यूरोपीय आयोग ने कहा कि वह भी भारत को ऑक्सीजन और दवा भेजेगा. खबर है कि ऑस्ट्रेलिया भी वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और PPE किट भेज रहा है.
माइक्रोसॉफ्ट भी ऑक्सीजन डिवाइस खरीदने में मदद करने को तैयार
जहां तक टेक कंपनियों की बात है तो गूगल ने कहा है कि वह भारत को 135 करोड़ रुपए का फंड देगाी इसमें 5 करोड़ रुपए गूगल के CEO सुंदर पिचाई भी डोनेट करेंगे. गूगल के अलावा माइक्रोसॉफ्ट भी ऑक्सीजन डिवाइस खरीदने में मदद करने को तैयार है. गूगल ने अपने बयान में कहा है कि 135 करोड़ का फंड गिव इंडिया और UNICEF को दिया जायेगाय फंड में ऐड ग्रांट्स भी शामिल है. पिचाई ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि भारत में कोरोना संकट से स्थितियां लगातार खराब होती जा रही हैं. ऐसे में गूगल भारत को फंड देगा. इस फंड में गूगल के 900 कर्मचारियों द्वारा जुटाए गये 3.7 करोड़ रुपए भी शामिल हैं.
मैं दुखी हूं, हर तरह से मदद को तैयार: सत्या नडेला
माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला ने भी भारत की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखे एक पोस्ट में कहा कि ‘मैं भारत की वर्तमान स्थिति से बहुत दुखी हूं. मैं आभारी हूं कि अमेरिकी सरकार मदद करने में जुट गयी है. कहा कि माइक्रोसॉफ्ट राहत में सहयोग करेगा और ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेशन डिवाइस को खरीदने में मदद करेगा.
फंड से प्रभावित परिवारों को मिलेगी आर्थिक मदद
गूगल ने बताया कि गिव-इंडिया इस फंड से उन परिवारों को नकद सहायता पहुंचाएगा जो इस महामारी में बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. वहीं UNICEF के जरिए मेडिकल सप्लाई, ऑक्सीजन और टेस्टिंग डिवाइस मुहैया कराये जायेंगे. इसके अलावा पब्लिक हेल्थ कैंपेन के लिए विज्ञापन भी किये जायेंगे ताकि लोगों को संक्रमण के प्रति जागरुक किया जा सके.