काल में विकास की तीन कहानियां – LIC, BPCL और विशाखापट्टनम स्टील प्लांट
कई किताबें लिखी थीं
उन्हीं के बदौलत 26 जनवरी की झांकी में झारखंड से मलूटी का चयन हुआ था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से झारखंड के इस मंदिर के गांव की झांकी देखी थी. सादगी से भरे गोपाल दास जी के पास मलूटी, तारापीठ और बामाखेपा का इतिहास मौजूद था. उन्होंने बाज के बदले राज, नानकार मलूट और गुप्तकाशी जैसी किताब लिख कर मलूटी का परिचय लोगों से कराया. इसे भी पढ़ें- सरायकेला:">https://lagatar.in/saraikela-miscreants-loot-motorcycle-near-canal-scold-victim-from-rajnagar-police-station/142356/">सरायकेला:कैनाल के पास रिवाल्वर सटाकर बदमाशों ने मोटरसाइकिल लूटी, पीड़ित को राजनगर थाने से डांटकर भगाया [wpse_comments_template]

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