Ranchi : कोविड-19 के दौरान विधि-व्यवस्था की ड्यूटी में लगे जवानों के लिए स्वास्थ्यकर्मियों की तरह ही 50 लाख रुपये के बीमा की मांग पर एक साल बाद भी विचार नहीं हो सका है. जबकि, इस दौरान कोरोना ड्यूटी में लगे 17 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई हैं.
झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडेय ने कहा कि एक साल पहले पुलिस मुख्यालय ने सरकार से मांग की थी कि 50 लाख का बीमा स्वास्थ्यकर्मियों की तरह पुलिसकर्मियों का किया जाये. पुलिसकर्मी कोरोना वरियर्स के रूप में ड्यूटी करते रहे. अपना बाल बच्चें की चिंता किए बिना कार्य में लगे रहे और कोरोना से ग्रसित होकर मौत को गले लगाए, लेकिन सरकार के द्वारा पुलिसकर्मियों का सुध नहीं लिया गया.
पुलिसकर्मियों के अन्य मांगों की तरफ इसे भी अनदेखी किया गया
पुलिसकर्मियों के अन्य मांगों की तरफ इसे भी अनदेखी किया गया. पुलिसकर्मी आज भी ड्यूटी कर रहे हैं. आज भी कई पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित हो रहे हैं. यह कहीं से भी राज्य हित में नहीं है. बहुत ऐसी दवाई है जो संजीवनी का काम कर रही है. वह भी पुलिसकर्मियों को सुरक्षित नहीं रख पा रही हैं. इस तरह की अनदेखी हुई, तो वह हमारे ड्यूटी पर प्रतिकूल असर डालेगी. पुलिसकर्मियों का मनोबल कहीं से ऊंचा नहीं हो पाएगा. वह खुद सुरक्षित नहीं हैं तो दूसरे की सुरक्षा क्या कर पाएंगे.
पुलिसकर्मियों के 50 लाख के बीमा को लेकर पुलिस मुख्यालय ने सरकार को लिखा था पत्र
कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच ड्यूटी पर मुस्तैद पुलिसकर्मियों के 50 लाख के जीवन बीमा के लिए बीते 10 अप्रैल 2020 को पुलिस मुख्यालय ने सरकार को पत्र लिखा था. पुलिस मुख्यालय ने सरकार को पत्र लिखते हुए कहा था कि स्वास्थ्य कर्मियों की तरह झारखंड के पुलिसकर्मियों की भी 50 लाख का जीवन बीमा लाभ देने का अनुरोध किया था.
220 से पुलिसकर्मी हो चुके हैं संक्रमित 17 की मौत
झारखंड में कोरोना वायरस बढ़ता जा रहा है. आम आदमी जहां कोरोना की चपेट में आ रहे हैं वहीं, राज्य का पुलिस महकमा भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया है. झारखंड पुलिस के 220 कर्मी कोरोना संक्रमण की चपेट में आये हैं. जिनमें सबसे अधिक स्पेशल ब्रांच रांची के 67 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए है. झारखंड पुलिस के 5889 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए. जिनमें 5652 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमण से ठीक हो गए. इसके अलावा 17 पुलिसकर्मी की कोरोना संक्रमण से मौत हो गयी.
पुलिस के सामने दोहरी चुनौतियां
कोरोना से बचने के लिए जारी लड़ाई में झारखंड पुलिस की भूमिका अहम रही है. इस दौरान पुलिस के सामने दोहरी चुनौतियां हैं. कोरोना में सबसे पहले तो कानून का पालन कराना अहम है. जबकि उस माहौल में असामाजिक तत्वों से निपटना भी एक बड़ी चुनौती है. क्योंकि कई पुलिसकर्मी इस दौरान कोरोना संक्रमित हो गये हैं. ऐसे में खुद को बचाते हुए लोगों को भी संक्रमण से बचाने की बड़ी जिम्मेवारी है. पुलिकर्मियों के सामने एक ओर जहां अपना काम बखूबी निभाने की जिम्मेदारी है. वहीं दूसरी ओर जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की भी चुनौती है.
डीजीपी ने पुलिसकर्मियों को संक्रमण से बचने का दिया निर्देश
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए डीजीपी नीरज सिन्हा ने सभी रेंज के डीआईजी और सभी जिलों के एसएसपी और एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की थी. बैठक के दौरान डीजीपी ने पुलिसकर्मियों को संक्रमण से बचने हेतु दिए गये निर्देशों का अनुपालन कराने, पुलिस केंद्रों, थाना परिसर एवं बैरकों को सैनिटाइज कराने का निर्देश दिया है.