अधिकारी टेंडर का लोभ छोड़ने को तैयार नहीं हैं
प्रदीप वर्मा ने कहा कि दूसरा मामला बच्चों के बीच साइकिल वितरण का है. पिछले तीन सत्रों तक सरकार इसके लिए टेंडर- टेंडर खेलती रही. फिर 12 जुलाई को सीएम ने डीबीटी के माध्यम से साइकिल खरीद के लिए खातों में पैसे भेजने की घोषणा की. सिर्फ कमीशनखोरी के लिए तीन सालों तक बच्चों को इस योजना से वंचित रखा गया. साइकिल का पैसा खातों में देने के सीएम के निर्देश के बाद फिर अगले दो सत्रों के लिए अधिकारी टेंडर-टेंडर खेलने की तैयारी में हैं. अधिकारी टेंडर का लोभ छोड़ने को तैयार क्यों नहीं हैं. बड़ा सवाल है कि सरकार चला कौन रहा है सीएम या अधिकारी. इसे भी पढ़ें – 57">https://lagatar.in/nude-video-made-by-calling-57-year-old-elderly-on-whatsapp-duped-58-thousand-by-threatening-to-make-it-viral/">57वर्षीय बुजुर्ग को व्हाट्सएप कॉल कर बनाया न्यूड वीडियो, वायरल करने की धमकी देकर ठगे 58 हजार [wpse_comments_template]
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