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आफताब के हाथों में शहर अंचल के जमीन के सरकारी रिकॉर्ड, अंचल कर्मियों की भूमिका पर गंभीर सवाल

Vinit Abha Upadhyay Ranchi : रांची के शहर अंचल (टाउन सीओ) कार्यालय में आपकी जमीन के कागजात सुरक्षित नहीं हैं. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि शहर अंचल कार्यालय में सरकारी कर्मचारियों की मौजूदगी में बाहर के लोग ऑफिस के दस्तस्वेजों से भरी अलमारी खोलते और बंद करते हैं. इतना ही नहीं बाहरी लोगों के जिम्मे जमीन के सरकारी दस्तावेज सौंप दिए जाते हैं. जिससे कागजातों में छेड़छाड़ की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता. Lagatar.in">https://lagatar.in/">Lagatar.in

को एक तस्वीर और वीडियो शहर के एक नागरिक ने मुहैया करायी है. जिसमें यह साफ दिखाई दे रहा है कि रांची के शहर अंचल में हल्का के कर्मचारी प्रदीप खलखो की वह अलमारी खोल कर जमीन के वैसे सरकारी दस्तावेज निकाल और देख रहा है, जिसे छूने और देखने का अधिकार सिर्फ हल्का कर्मचारी और सीओ को होता है. हल्का कर्मी प्रदीप खलखो के जिम्मे दिए गए सरकारी रिकॉर्ड को बे-रोक-टोक देखने वाले शख्स का नाम आफताब बताया जा रहा है. इसे भी पढ़ें -नक्सली">https://lagatar.in/naxalite-commander-prayag-manjhi-and-tpc-supremo-brajesh-ganjhu-are-no-longer-prized-naxalite/">नक्सली

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  सूत्र बताते हैं कि प्रदीप खलखो ने उसे सरकारी रिकॉर्ड से भरी आलमारी की चाभी भी दे रखी है, ताकि उनकी गैरमौजूदगी में भी आफताब रिकॉर्डस निकाल सके. यह स्थिति तब है, जब रांची में लैंड स्कैम की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी कर रही है. ईडी की जांच के बाद अब तक हुए खुलासे में यह बात सामने आई है कि जमीन के पेपर की छेड़छाड़ में अंचल कर्मियों की भूमिका गंभीर सवालों के घेरे में है. जमीन के कागजात में छेड़छाड़ करने के आरोप में हल्का कर्मचारी जेल की सलाखों के पीछे है, लेकिन इन सब के बावजूद अंचल कार्यालयों में स्थति सुधरने का नाम नहीं ले रही. इसे भी पढ़ें -ईडी">https://lagatar.in/mahua-moitra-did-not-appear-before-ed-citing-campaigning-in-krishnanagar/">ईडी

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