बैठक में कांडों की होगी समीक्षा
गृह सचिव और डीजीपी अफीम की खेती और तस्करी से प्रभावित जिलों में दर्ज सभी कांड की समीक्षा करेंगे. जहां भी अफीम के खेत तैयार किए गए हैं, प्रारंभिक अवस्था में ही उसे नष्ट करने को लेकर दिशा निर्देश और ग्रामीणों को जागरूक कर अफीम की खेती नहीं करने के लिए प्रेरित करेंगे.8 जिलों में सबसे अधिक नशा का कारोबार
झारखंड में बड़े पैमाने पर अफीम समेत अन्य नशीले पदार्थों का कारोबार हो रहा है. इसकी खरीद-बिक्री भी धड़ल्ले से हो रही है. राज्य के आठ जिलों के 24 थाना क्षेत्रों में सबसे अधिक नशा का कारोबार हो रहा है. झारखंड में साल 2019 से 2024 तक नशा कारोबार के खिलाफ 3500 से अधिक मामले दर्ज हुए हैं. इनमें से अधिकतर मामले सिर्फ इन आठ जिलों के 24 थानों के हैं. जिनमें रांची, हजारीबाग, खूंटी, चतरा, जमशेदपुर, गुमला, लातेहार और सराइकेला जिला शामिल हैं. यह भी पढ़ें : रांची">https://lagatar.in/ranchi-coal-minister-inaugurates-test-lab-in-cmpdi/">रांची: कोयला मंत्री ने सीएमपीडीआई में टेस्ट लैब का किया उद्घाटन
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