पीड़िता को उचित मुआवजा का भुगतान करें
मेयर ने कहा कि राज्य सरकार को अपनी जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए. उन्हें बेटियों की सुरक्षा व उनके भविष्य को लेकर गंभीरता से विचार करना चाहिए. मुख्यमंत्री स्वयं आदिवासी हैं. इसलिए आदिवासी समाज की बेटियों की सुरक्षा के प्रति उनकी खास जिम्मेदारी है. जब राज्य की बेटियां अपने ही घर व समाज के बीच स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रही हैं, तो राज्य सरकार किस मुंह से महिला विकास व महिला सशक्तिकरण की बात करती है. युवाओं व समाज में पनप रही दुष्प्रवृत्ति को रोकने के लिए हेमंत सरकार ने अब तक कोई कार्य नहीं किया. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि पीड़िता को उचित मुआवजा का भुगतान करें. साथ ही पीड़ित का नामांकन कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में कराने की व्यवस्था करें.मौके पर ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी व थाना प्रभारी, भाजपा के गुमला जिला महामंत्री मिशिर कुजूर, जगत ठाकुर, अभिषेक सिंह, विशुनपुर के मुखिया सुरेश भगत, हरिहर कुमार, उप मुखिया गन्दूर भगत एवं अन्य लोग उपस्थित थे. इसे भी पढ़ें – झारखंड">https://lagatar.in/jharkhand-165-crore-eggs-are-eaten-in-schools-yet-48-children-are-malnourished/">झारखंड: स्कूलों में खाते हैं 165 करोड़ के अंडे, फिर भी 48 फीसदी बच्चे कुपोषित [wpse_comments_template]

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