Ranchi: हजारीबाग जिले के सदर एसडीओ का सरकार ने तबादला कर दिया है, इससे संबंधित अधिसूचना कार्मिक प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग के द्वारा सोमवार को जारी कर दी गई है. जारी अधिसूचना के मुताबिक उन्हें प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग में योगदान देने का निर्देश दिया गया है. गौरतलब है कि एसडीओ पर अपने ही पत्नी अनिता कुमारी को जलाकर मारने का आरोप लगा है.
क्या है पूरा मामला
सदर एसडीओ अशोक कुमार के सरकारी आवास में ही उनकी पत्नी झुलस गई थीं. आनन-फानन में हजारीबाग के एक निजी अस्पताल में उन्हें लाया गया. वहां से बोकारो रेफर किया गया. बोकारो से रांची के देवकमल अस्पताल रेफर कर दिया गया. इलाज के दौरान अनीता देवी की मौत हो गई. घटना के बाद ही अशोक कुमार के ससुराल वालों ने उन पर और उनके परिवार वालों के ऊपर षड्यंत्र कर हत्या करने का आरोप लगाया था. इसके बाद से इस मामले ने हजारीबाग में काफी तूल पकड़ लिया.
परिजनों का यह भी कहना है कि किसी महिला के साथ इनका संबंध होने से घर में अक्सर विवाद होता था. इसी विवाद के कारण ही यह घटना घटी है. घटना को लेकर लोहसिंघना थाना में मामला दर्ज किया गया. मामले के सूचक एसडीओ के साले राजू कुमार गुप्ता हैं. उसने एसडीओ अशोक कुमार समेत चार लोगों को आरोपी बनाया है. जिसमें एसडीओ के पिता दुर्योधन साव, छोटा भाई शिवनंदन कुमार एवं छोटे भाई की पत्नी रिंकू देवी का नाम शामिल है.
गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन
एसडीओ अशोक कुमार हजारीबाग पुलिस की पहुंच के बाहर बताए जा रहे हैं. उनके ऊपर जांच की प्रक्रिया तेज हो गई है. हजारीबाग पुलिस अधीक्षक कार्यालय से गोपनीय पत्र जारी किया गया है. इस घटना को लेकर एसआईटी का गठन किया गया है. पत्र में उल्लेख किया गया है कि इस मामले की जांच और अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमित आनंद के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है. सोमवार को सदर एसडीओ अशोक कुमार के सरकारी आवास पर हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह, सीसीआर डीएसपी मनोज कुमार समेत कई थाना के प्रभारी जांच करने के लिए पहुंचे. जांच करने के दौरान आवास के अंदर दो लोगों से पूछताछ की गई है.
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