श्रद्धा में डूबा डोरंडा, नाट्य मंचन से जीवंत हुए महावीर के सिद्धांत
मंदिर लौटने के बाद भगवान महावीर को विधिपूर्वक पुनः स्थान ग्रहण कराया गया. इसके बाद पश्चात बच्चों और महिलाओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिनमें प्रेरणादायक नाट्य मंचन विशेष आकर्षण का केंद्र रहा. इस नाटक में भगवान महावीर के सिद्धांतों को मंच पर सजीव रूप में प्रस्तुत किया गया. भगवान महावीर की भूमिका में विनय नाहटा ने प्रभावशाली अभिनय कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. उनके साथ निखिल बोथरा, प्रियंका जैन, अनसुला सेठिया, निर्वाण जैन, चिराग जैन, संजय कोठारी, अक्षय जैन, राकेश कोठारी, रिद्धि जैन, खुशबू जैन, खुशी कोठारी और श्रुति जैन ने भी अपने-अपने पात्रों को संजीवता के साथ निभाया. नाटक का मंच संचालन सोनल नाहटा ने अत्यंत दक्षता से किया.भजनों से गूंजा वातावरण, नृत्य और सम्मान समारोह ने बढ़ाई शोभा
कार्यक्रम के दौरान भजन प्रस्तुति ने वातावरण को भक्तिरस में सराबोर कर दिया. अक्षय जैन द्वारा प्रस्तुत भजन "महावीर के शरण में सब कुछ है मिलता... ने श्रोताओं को भक्ति में डुबो दिया, वहीं प्रकाश नाहटा द्वारा प्रस्तुत "महावीर कहूं या महावीर, तेरा नाम रहेगा जग में... ने कार्यक्रम को और भी भावपूर्ण बना दिया.महिलाओं द्वारा भजनों पर प्रस्तुत भावपूर्ण नृत्य ने समां बांध दिया. इस अवसर पर सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए कांग्रेस के प्रदेश नेता आलोक दुबे और भाजपा के युवा नेता रोहित शारदा को सम्मानित किया गया.समाज के सहयोग से बनी सफलता की कहानी
इस आयोजन की सफलता में श्वेतांबर जैन समाज के संरक्षक संपतलाल रामपुरिया, अध्यक्ष सुभाष चंद्र बोथरा, सचिव विनय नाहटा, बालवीर जैन, श्रीलाल सेठिया, अनिल कोठारी, अजय कोठारी, शांतिलाल रामपुरिया, नवीन रामपुरिया, मनीष जैन, सुशीला सेठिया, प्रभा बोथरा, प्रीति रामपुरिया सहित समाज के अनेक सदस्यों का उल्लेखनीय योगदान रहा. कार्यक्रम के समापन पर श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण कर इस पावन उत्सव का समापन किया गया.
Leave a Comment