Junagarh : गुजरात के जूनागढ़ में एक धार्मिक स्थल को नोटिस भेजने पर बीती रात हिंसा भड़क उठी. धार्मिक स्थल के अवैध निर्माण को लेकर नोटिस जारी करने पर एक विशेष समुदाय के लोग भड़क गये और जमकर इसका विरोध किया. उपद्रवियों ने जमकर पथरबाजी और तोड़फोड़ की. इतना ही नहीं भीड़ ने सरकारी सहित अन्य वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया. असामाजिक तत्वों ने एसटी बस पर भी पथराव किया. ऐसे में बस में बैठे यात्री घायल हो गये. जब पुलिस ने भीड़ को रोकने की कोशिश की तो उपद्रवियों ने पुलिस पर हमला कर दिया. जिसके बाद पुलिस और उपद्रवियों के बीच झड़प हो गयी. भीड़ को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. इस झड़प में डीएसपी, पीएसआई समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गये. इसमें 2 महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. (पढ़ें, दक्षिणी ब्राजील में तूफान-बारिश का कहर, तीन की मौत, 12 अब भी लापता)
नोटिस भेजकर मांगा था जवाब
दरअसल जूनागढ़ में मजेवड़ी गेट के सामने रास्ते के बीचोबीच एक धार्मिक स्थल बनाया गया है. इसे हटाने के लिए महानगर पालिका की ओर से सीनियर टाउन प्लानर ने एक नोटिस जारी किया था. नोटिस में लिखा गया था कि यह धार्मिक स्थल अवैध तरीके से बनाया गया है. पांच दिनों के अंदर यह धार्मिक स्थल के कानूनी तौर पर सही होने के सबूत पेश किये जाये. नहीं तो इसे तोड़ दिया जायेगा और इसका खर्च आपको ही देना होगा. जब प्रशासन को नोटिस का जवाब नहीं मिला तो पुलिस कार्रवाई करने पहुंची. जिसको देखकर एक विशेष समुदाय के लोग भड़क उठे और इसका विरोध करने लगे. पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो वो उनपर ही हमलावर हो गये. इसी बीच पुलिस और समूह के बीच झड़प हो गयी और यह हिंसा में तब्दील हो गया.
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