Ranchi : युवा क्रांतिकारी और आदिवासी समाज के धर्मगुरु का निधन हो गया. रिम्स में इलाज के दौरान शुक्रवार को दिन के दो बजे उनकी मृत्यु हो गई. वीरेंद्र भगत का 13 अप्रैल को रिम्स के क्रिटिकल केयर यूनिट में इलाज चल रहा था. उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी.
सरना धर्म कोड के आंदोलन में अग्रणी भूमिका में थे
सरना धर्म कोड के लिए विशेष रूप से आंदोलन की अगुवाई करने वाले में उनकी भूमिका अग्रणी रही. वीरेंद्र भगत ने हटिया विधानसभा से चुनाव भी लड़ा था. वे राष्ट्रीय सरना धरम अगुवा के संस्थापक थे. साथ ही रजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा के साथ भी सक्रिय रूप में जुड़े थे. वीरेंद्र भगत जल, जंगल जमीन के आंदोलन में हमेशा अग्रणी भूमिका निभाते रहे थे. वीरेंद्र भगत ने सामाजिक और धार्मिक आंदोलनों में समाज को तन, मन, धन न्यौछावर करने वाले युवा आंदोलनकारी भी थे.