वाराणसी : वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का वीडियो सोमवार को लीक हो गया। लीक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। जिसके बाद हिंदू पक्ष के लोग इसे शिवलिंग तो मुस्लिम पक्ष फव्वारा बता रहा है। आज कोर्ट में लीक वीडियो को लेकर मुस्लिम पक्ष ने सवाल उठाया। वहीं सर्वे का वीडियो लीक होने के मामले में आज चारों वादी महिलाओं ने अपना सीलबंद लिफाफा कोर्ट में सरेंडर करनी चाही, मगर जिला जज ने उसे लेने से इंकार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि वीडियो लीक केस की भी 4 जुलाई को सुनवाई होगी। सोमवार को वादी सीता साहू, रेखा पाठक, लक्ष्मी देवी और मंजू व्यास को कोर्ट ने वीडियो फोटो का बंद लिफाफा सौंपा था। लिफाफा सौंपने के थोड़ी देर बाद ही वीडियो लीक हो गया था। जिसके बाद सवाल उठने लगे। हालांकि मामले में वादी महिलाओं का कहना है कि उनका सील पैक लिफाफा अभी तक खुला ही नहीं है। फिर भी वीडियो कैसे लीक हो गया पता नहीं। जिस हालत में कोर्ट ने लिफाफा सौंपा था, उसी हालत में अपना सील पैक लिफाफा वापस करने पहुंचीं है, लेकिन कोर्ट ने वापस नहीं लिया।
वायरल वीडियो में ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में मिली आकृति दिखी थी, जिसे मुस्लिम पक्ष फव्वारा तो हिंदू पक्ष शिवलिंग बता रहा है। इस वीडियो को सर्वे टीम के फोटोग्राफर ने शूट किया था और कोर्ट को सौंपा था। वीडियो में दिख रहा है कि ज्ञानवापी के वजूखाने में पानी भरा हुआ था, जिसमें शिवलिंग जैसी आकृति का ऊपरी भाग दिख रहा था, जिसे मुस्लिम पक्ष फव्वारा बता रहा है। वहीं वीडियो देखने के बाद हिंदू पक्ष का कहना है कि बाबा मिल गए। वीडियो में दिख रही यह आकृति शिवलिंग है या फव्वारा ये अभी तय नहीं है।