LagatarDesk : डिजिटल वर्ल्ड में ज्यादातर लोग फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं. यूजर्स सोशल मीडिया पर अपनी फोटोज भी अपलोड करते हैं. लेकिन कई बार फेसबुक पर आपका डाटा सेफ नहीं होता है. कई बार यूजर्स के डेटा लीक हो जाते हैं. पिछले कुछ सालों से फेसबुक के डेटा लीक होने के कई मामले सामने आ चुके हैं. इस बीच एक बार फिर डेटा चोरी होने का मामला सामने आया है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, 10 लाख फेसबुक यूजर्स के आईडी और पासवर्ड लीक हो गये हैं. (पढ़ें, लातेहार : सीआरपीएफ जवान की गोली लगने से मौत)
मेटा ने यूजर्स को तुरंत अपना पासवर्ड बदलने की दी सलाह
फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा ने फेसबुक यूजर्स को चेतावनी दी है. कंपनी ने यूजर्स को तुरंत पासवर्ड बदलने की सलाह दी है. मेटा ने बताया कि यूजर्स के फोन में कई थर्ड पार्टी एप्स हैं. जिसके जरिये उनका डेटा लीक हुआ है. इन एप्स के जरिये यूजर्स के पासवार्ड चोरी हो रहे हैं. इन एप्लिकेशंस को यूजर्स के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का डेटा चुराने के लिए डिजाइन किया गया है.
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मेटा का दावा- यूजर्स के फोन पर हैं 400 एप्स जो चुरा रहे डेटा
मेटा कंपनी के एक अधिकारी ने दावा किया है कि मेटा ने 400 से अधिक एप्स की पहचान की है, जो एप्पल या एंड्रॉइड यूजर्स की लॉग इन क्रेडेंशियल और पासवर्ड चुरा रहे हैं. ये एप्स आसानी से एप्पल और गूगल स्टोर पर उपलब्ध हैं. इन्हें फोटो एडिटर, गेम्स, वीपीएन सर्विसेसस, बिजनेस और दूसरे यूटिलिटी ऐप्स की तरह डिजाइन किया गया है. झासे में आकर यूजर्स इन एप्स को डाउनलोड कर लेते हैं. इन एप्स के जरिये ही यूजर्स का डेटा लीक हो रहा है. मेटा ने लोगों को अगाह किया है कि अगर वो 400 ऐप्स को डाउनलोड किये है तो उसे तुरंत डिलीट कर दें.
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कैसे काम करते हैं ये ऐप्स
ये एप्स आकर्षक तस्वीरों के सहारे लोगों का ध्यान खींचते हैं. इतना ही नहीं यूजर्स को विश्वास दिलाने के लिए इस पर फेस रिव्यू भी छपे हुए हैं. इसकी मदद से ये नेगेटिव रिव्यू को छिपाने में कामयाब होते हैं. Meta सिक्योरिटी टीम के मुताबिक, यह ऐप्स यूजर्स से फीचर्स को यूज करने के लिए फेसबुक अकाउंट लॉगइन की डिमांड करते हैं. जैसे ही कोई यूजर फेसबुक या किसी दूसरे प्लेटफॉर्म से लॉगइन करता है. ऐप्स उसके यूजरनेम और पासवार्ड चोरी कर लेते हैं.
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कुछ चीजों को ध्यान में रखकर आप रह सकते हैं सेफ
फर्जी ऐप्स और सही ऐप्स के बीच में लॉगइन के आधार पर अंतर कर पाना मुश्किल है. कई ऐसे वैध ऐप भी हैं, जो यूजर्स से फेसबुक या फिर दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का लॉगइन मांगते हैं. अगर कोई ऐप आपसे उसे इंस्टॉल करने से पहले ही लॉगइन मांगे, तो उसे डाउनलोड ना करें. इसके अलावा ऐप्स को डाउनलोड करने से पहले उसके पब्लिशर और दूसरी डिटेल्स को भी चेक करना चाहिए. इससे आपको अंदाजा होगा कि ऐप फर्जी है या सही.
क्या करें अगर आपके फोन में ऐसा कोई ऐप मिले?
अगर आपने पहले ही इस तरह का कोई ऐप डाउनलोड कर लिया है तो सबसे पहले उस ऐप को अपने फोन से डिलीट कर दें. साथ ही आपको तुरंत ही अपना पासवर्ड चेंज करना चाहिए और इनमें टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑन कर लेना चाहिए. टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑन करने से जब कोई आपके अकाउंट में लॉगइन की कोशिश करेगा तो आपको अलर्ट आ जाएगा.
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जकरबर्ग पर लग चुका है 5 अरब डॉलर का जुर्माना
बता दें कि साल 2018 में भी कैम्ब्रिज एनालिटिका के करोड़ों फेसबुक यूजर्स के डेटा लीक हुआ था. इस मामले में फेडरल ट्रेड कमीशन ने साल 2019 में फेसबुक पर 5 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया था. लंदन बेस्ड फर्म के पास साल 2015 से फेसबुक यूजर्स का डेटा था और इसका इस्तेमाल अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में किया गया था. इसको लेकर इसी साल एक बार फिर से जकरबर्ग पर मुकदमा किया गया था.