Washington : इजराइल पर सात अक्टूबर के हमले के बाद हमास द्वारा बंधक बनाये गये दो अमेरिकी नागरिकों को रिहा कर दिये जाने की खबर है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को यह घोषणा करते हुए आश्वस्त किया कि उनकी सरकार दोनों नागरिकों की सुरक्षित स्वदेश वापसी सुनिश्चित करने और उन्हें इस सदमे से उबरने में हर संभव मदद करेगी. साथ ही बाइडन ने बंधक बनाई गयी एक अमेरिकी महिला और उसकी किशोर बेटी की रिहाई सुनिश्चित कराने में कतर और इजराइल की सरकारों के सहयोग के लिए शुक्रिया अदा किया. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
बाइडन ने रिहा हुए बंधकों और उनके परिवार से फोन पर बात की
इस क्रम में बाइडन ने रिहा किये गये दोनों बंधकों और उनके परिवार से फोन पर बात की. राष्ट्रपति ने कहा, इजराइल के खिलाफ सात अक्टूबर को भयावह आतंकवादी हमले के दौरान हमास द्वारा बंधक बनायी गयी दो अमेरिकी नागरिकों की आज हमने रिहाई सुनिश्चित की. उन्होंने कहा, हमारे साथी नागरिकों ने पिछले 14 दिनों में एक भयावह कष्ट का सामना किया है और मुझे बहुत खुशी है कि वे जल्द अपने परिवार से फिर से मिलेंगी, जो डर से टूट गये हैं. इन व्यक्तियों और उनके परिवार को इस सदमे से उबरने में अमेरिका सरकार का पूरा समर्थन मिलेगा और इस समय हम सभी को उनकी निजता का सम्मान करना चाहिए.
200 से अधिक लोग अब भी बंधक हैं.
मुक्त करायी गयी मां-बेटी हमास द्वारा रिहा किये जाने वाले बंधकों में से पहली थीं और 200 से अधिक लोग अब भी बंधक हैं. बाइडन ने कहा कि हमले के शुरुआती क्षण से उनका प्रशासन हमास द्वारा बंधक बनाये गये अमेरिकी नागरिकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए 24 घंटे काम कर रहा था. उसने अब भी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के प्रयास बंद नहीं किये हैं अमेरिका के विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन ने यहां पत्रकारों से कहा, हमास द्वारा सात अक्टूबर को बंधक बनाये गये दो अमेरिकी नागरिकों को इजराइल के अधिकारियों के हाथ में सुरक्षित सौंप दिया गया. उन्होंने कहा कि अमेरिकी दूतावास से एक टीम जल्द उनसे संपर्क करेगी. उन्होंने दोनों बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए कतर सरकार का धन्यवाद किया.
एसोसिएटेड प्रेस (एपी) की खबर के अनुसार, बाइडन ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें लगता है कि सऊदी अरब के साथ रिश्ते सामान्य करने की इजराइल की कोशिश को रोकने के कारण हमास ने उस पर हमला किया. बाइडन ने एक कार्यक्रम में कहा, हमास के इजराइल पर हमला करने के कारणों में से एक यह भी हो सकता है कि… वे जानते थे कि मैं सऊदी के साथ बैठक करने वाला हूं.
सऊदी अरब इजराइल को मान्यता देना चाहता था…
अमेरिकी राष्ट्रपति ने संकेत दिया कि उन्हें लगता है कि हमास के आतंकवादियों ने सात अक्टूबर को घातक हमला इसलिए किया क्योंकि सऊदी अरब इजराइल को मान्यता देना चाहता था और वे औपचारिक रूप से ऐसा करने में सक्षम होने के करीब थे. यरुशलम और रियाद लगातार रिश्ते सामान्य करने की दिशा में करीब पहुंच रहे थे और बाइडन दोनों देशों को साथ लाने में मदद करने के लिए काम कर रहे थे.