alt="" width="1280" height="720" /> निजी स्कूल के शिक्षकों का शांति मार्च[/caption] इसे भी पढ़ें- पाकुड़">https://lagatar.in/pakur-polices-readiness-stolen-jcb-recovered-within-10-hours/9519/">पाकुड़
पुलिस की तत्परताः चोरी गई JCB 10 घंटे के अंदर किया बरामद झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव रामरंजन सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया और तब से लेकर आज तक प्राइवेट स्कूल बंद है. जिसके चलते बच्चों के भविष्य के साथ ही शिक्षकों-कर्मियों की स्थिति दयनीय हो गयी है. उन्होंने कहा कि शिक्षक एवं निजी विद्यालयों के कर्मियों के समक्ष भुखमरी की स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी विकट स्थिति में सरकार ही हमें मदद कर सकती है. इसलिए शांति मार्च के माध्यम से पांच बिन्दुओं पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया गया है. ज्ञात हो कि जिले में संचालित निजी विद्यालयों में शिक्षकों सहित कर्मियों की संख्या लगभग छ हजार है. स्कूलों के बंद रहने से बच्चों का पठन पाठन प्रभावित होने के साथ ही शिक्षकों एवं कर्मियों को वेतन के लाले पड़ गए हैं. क्योंकि अभिभावकों से शुल्क उठाना मुश्किल हो गया है. शांति मार्च में पाकुड़ शहरी और ग्रामीण के अलावे हिरणपुर, लिट्टीपाड़ा, अमड़ापाड़ा, महेशपुर एवम पाकुड़िया प्रखंड़ में संचालित निजी विद्यालयों के शिक्षक एवम कर्मियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। [caption id="attachment_9530" align="aligncenter" width="1280"]
alt="" width="1280" height="583" /> ज्ञापन सौंपते शिक्षक[/caption] इसे भी पढ़ें- पाकुड़:">https://lagatar.in/pakur-blast-in-the-drama-during-warming-of-alaktara-8-scorched-6-children-playing-nearby/7409/">पाकुड़:
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