"> मावरा ने कहा :हाल ही में मावरा ने भारत पर दिए एक बयान के बाद हो रहे विवाद पर सफाई देते हुए हर्षवर्धन पर पलटवार किया है.उन्होंने एक लंबा नोट अपनी इंस्टा स्टोरी पर शेयर किया, जिसमें लिखा, मुझे समझ नहीं आ रहा कि इसे दुर्भाग्य कहूं, बुरा कहूं या मज़ाक जिस इंसान से मुझे कम से कम बेसिक कॉमन सेंस की उम्मीद थी, वही अब पब्लिसिटी के लिए पीआर स्ट्रेटजी के तहत बयान दे रहा हैउन्होंने आगे कहा, भारत पर हमले हो रहे हैं, निर्दोष लोग अपनी जान गंवा रहे हैं और हर्षवर्धन को बस मीडिया कवरेज की पड़ी है. उन्हें इससे ज्यादा और कुछ नहीं सूझ रहा हर्षवर्धन का पलटवार :मावरा के इस बयान को हर्षवर्धन ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर पोस्ट किया है और कैप्शन में लिखा है, `यह पर्सनल अटैक करने की कोशिश सा लग रहा है. सौभाग्य से मेरे पास ऐसे टॉलरेंस को सहने की क्षमता है. लेकिन मेरे देश की गरिमा पर हमला करने के लिए बिल्कुल भी सहनशीलता नहीं है.PAKISTAN ZINDABAD 🇵🇰 pic.twitter.com/YWgpPyJ6jl
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— MAWRA (@MawraHocane) May">https://twitter.com/MawraHocane/status/1921198845427343412?ref_src=twsrc%5Etfw">May
10, 2025
alt="" width="600" height="400" /> उन्होंने आगे लिखा है, एक भारतीय किसान अपनी फसल से फालतू खरपतवार को उखाड़ कर अलग कर देता है, इसे खरपतवार निकालना कहते हैं, किसान को इस काम के लिए पीआर टीम की आवश्यकता नहीं होती है, इसे कॉमन सेंस कहते हैं. मैंने बस पार्ट 2 से हटने की बात कही. मैं उन व्यक्तियों के साथ काम न करने का पूरा अधिकार रखता हूं जो मेरे देश के कामों `कायरतापूर्ण` कहते हैं. मावरा के बयान पर हर्षवर्धन आगे कहते है, `उनके (मावरा) भाषण में इतनी नफ़रत थी, इतनी पर्सनल कमेंट थे, मैंने कभी उनका नाम नहीं लिया या उन्हें नाम से पुकारने का सहारा नहीं लिया. एक महिला के रूप में उनकी गरिमा पर हमला नहीं किया. मैं उस मर्यादा को बनाए रखने का इरादा रखता हूं.
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