NewDelhi : राहुल गांधी आज गुरुवार को हाथरस सामूहिक बलात्कार पीड़िता के परिवार से मिले. बता दें कि उस परिवार की युवती के साथ 14 सितंबर, 2020 को कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था. उसे इलाज के लिए अलीगढ़ और फिर बाद में दिल्ली ले जाया गया, लेकिन 29 सितंबर उसकी मौत हो गयी थी. 30 अक्टूबर को उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया था. उसके परिवार का आरोप था कि स्थानीय पुलिस ने उन्हें रात के अंधेरे में अंतिम संस्कार करने के लिए विवश किया था.
नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi ने हाथरस रेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात की।
ये पूरा परिवार आज भी डर के साए में जी रहा है। उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है।
वहीं BJP सरकार ने पीड़ित परिवार से जो वादे किए थे, उन्हें अभी तक पूरा नहीं किया गया है। इसके बदले सरकार उन… pic.twitter.com/EywdAGuCio
— Congress (@INCIndia) December 12, 2024
हाथरस के पीड़ित परिवार ने नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi को पत्र लिखकर न्याय दिलाने की मांग की थी।
इस पत्र के बाद श्री राहुल गांधी आज पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। pic.twitter.com/AkGFEuNKDx
— Congress (@INCIndia) December 12, 2024
कांग्रेस सांसद पूर्वाह्न लगभग 11.15 बजे हाथरस के बूल गढ़ी गांव पहुंचे
कांग्रेस सांसद आज पूर्वाह्न लगभग 11.15 बजे हाथरस के बूल गढ़ी गांव पहुंचे. यूपी पुलिस ने राहुल के दौरे को लेकरगांव और उसके आसपास सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया था. खबर है कि राहुल गांधी ने गांव में पीड़िता के घर पर परिवार के साथ 35 मिनट तक बातचीत की. हालांकि राहुल वहां पत्रकारों से बात किये बिना ही गांव से चले गये. इससे पूर्व कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख अजय राय ने लखनऊ में बताया था कि राहुल गांधी हाथरस के बूल गढ़ी में पीड़ित परिवार से मिलेंगे.
पूरा परिवार आज भी डर के साये में जी रहा है
सरकार उन पर तरह-तरह से अत्याचार कर रही है
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा,राहुल गांधी भ्रमित हैं
राहुल गांधी के दौरे को लेकर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि वे भ्रमित हैं, वे मामले से अवगत नहीं हैं, पाठक ने कहा, सीबीआई इस मामले की जांच कर चुकी है. भाजपा के शासन में किसी भी अपराधी को बरी होने की इजाजत नहीं है. ब्रजेश पाठक ने आरोप लगाया, चाहे संभल हो या हाथरस, राहुल गांधी सिर्फ सुर्खियों में रहने के लिए वहां जाते रहते हैं. इससे पहले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने तीन अक्टूबर, 2020 को पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी और कहा था कि वे मृतका को न्याय दिलाने के लिए लड़ेंगे.