Hazaribagh: कोरोना की इस मुश्किल घड़ी में कुछ लोग आपदा में अवसर तलाश रहे हैं. जहां संक्रमित मरीजों को तुरंत दवा,ऑक्सीजन के साथ अन्य चीजों की जरूरत है.वहीं कुछ लोग इसकी कालाबाजारी में लगे हुए हैं. कुछ ऐसी ही मामला हजारीबाग के जिला मेडिकल कॉलेज में सामने आया है. जहां बड़े गड़बड़झाला का पर्दाफाश हुआ है. लगभग 200 ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी होने का मामला प्रकाश में आया है. इस मामले में सदर थाना में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है. पुलिस इसकी छानबीन कर रही है.
प्रारंभिक दौर में वार्ड ब्वॉय सुरेंद्र यादव को ऑक्सीजन बेचने के आरोप में हिरासत में लिया गया है. ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी होने का खुलासा तब हुआ. जब एक व्यक्ति ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाने के लिए डेमोटांड़ स्थित प्लांट में गया. तब उससे पूछताछ हुई. पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि किसी ने उसे सिलेंडर बेचा है. इसके बाद मामले की तफ्तीश की जा रही थी.
दरअसल इस मामले में जब सिलेंडर भरवाने आये शख्स के पूछताछ हुआ. तब जाकर खुलासा हुआ कि जिला मेडिकल कॉलेज से 200 सिलेंडर की चोरी की गयी है. साथ ही जो सिलेंडर शख्स लेकर आया था, वो भी चोरी की थी. जो उसे बेचा गया था. पुलिस ने प्रारंभिक दौर में अस्पताल प्रबंधक और चार अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की है. पुलिस इस बात की जांच में लगी है कि आखिर 200 सिलेंडर की चोरी कैसे हो गयी.
कई समाजसेवियों का भी हाथ
बताया जा रहा है कि इस काम में कई कथित समाजसेवी भी शामिल हैं. जिनका नाम जल्दी ही पुलिस सार्वजनिक कर सकती है. ये वही लोग हैं,जो इस त्रासदी काल में अपनी वाहवाही लूटने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर बांटने का काम कर रहे थे. वहीं कुछ ऐसे लोगों के भी नाम सामने आ रहे हैं, जिन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर इस दौरान बेचे हैं.
इस पूरे प्रकरण में अस्पताल प्रबंधन के साथ-साथ कई अन्य लोग भी सवालों के घेरे में हैं. यह भी आशंका जतायी जा रही है कि सिर्फ ऑक्सीजन ही नहीं मेडिसिन इंजेक्शन का भी यहां बड़ा खेल हुआ है. लेकिन इस पूरे मामले को लेकर अभी तक कोई प्रशासनिक पदाधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं. लेकिन जिनके मिलीभगत की बात सामने आ रही है, उनके बारे में सूत्रों ने पुख्ता जानकारी दी है.