Barhi : पटना-बरही रोड एनएच-31 के चौड़ीकरण में अब तक कई रैयतों को मुआवजा राशि की भुगतान नहीं हुआ है, जबकि उनके मकान तोड़े जा चुके हैं. इसे लेकर रैयत परेशान हैं. ऐसे में शुक्रवार से रैयतों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है. रैयतों का कहना है कि मुआवजा राशि के उचित भुगतान को लेकर संतरी से लेकर मंत्री तक गुहार लगा चुके हैं. परंतु अब तक रैयतों को न्याय नहीं मिल सका है. भुक्तभोगी मनोज केसरी ने बताया कि प्रावधान के अनुसार बिना मुआवजा दिए निर्मित स्थल हटाना गैर कानूनी है. बावजूद वरीय अधिकारियों की उपस्थिति में जबरन निर्मित स्थल तोड़े गए और तोड़े जा रहे हैं. रैयतों का यह भी कहना है कि मुआवजा के संबंध में सिर्फ एक ही बात बताई जा रही है कि 17 अप्रैल को ही मामला और राशि कोर्ट को सुपुर्द किया जा चुका है. परंतु कोर्ट से अब तक किसी भी रैयत को कोई सूचना या समन नहीं मिला है.
इसे भी पढ़ें :कलीसिया, समाज और राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भूमिका अहम : एनोस एक्का
मुआवजा भुगतान में पैसे के खेल का आरोप
लोगों का आरोप है कि मुआवजा भुगतान में पैसे का खेल हो रहा है. जो रैयत इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं उन्हे जान-बूझकर परेशान किया जा रहा है. यह जांच का विषय है. इस संबंध में पूछे जाने पर डीएलओ ने बताया कि मामला कोर्ट में भेजा जा चुका है. रैयतों की राशि भी कोर्ट को सुपुर्द की जा चुकी है. उन्होंने बताया कि राशि सीधे व्यवहार न्यायाधीश वरीय कोर्ट वन को भेजी गई है. परंतु न्यायाधीश के निर्देशानुसार यह राशि कोर्ट के अलग समिति को हस्तांतरित किया जा चुका है. जिसे भी संदेह हो वह उनके कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं.
दूसरी खबर
महिलाओं ने रैली निकाल दिया स्वच्छता का संदेश
Chouparan : चौपारण प्रखंड में स्वच्छता पखवाड़ा के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को बसरिया पंचायत के हथिया में आजीविका महिला ग्राम संगठन की दीदियों ने भी रैली निकाल कर स्वच्छता का संदेश दिया. रैली के माध्यम से लोगों को स्वच्छ रहने और आसपास के क्षेत्रों को स्वच्छ रखने की अपील की गई. साथ ही गंदगी से होने वाली कई तरह की बीमारियों और नुकसान से भी ग्रामीणों को अवगत करवाया गया. स्वच्छता रैली में वार्ड सदस्य सुधा देवी और अनीता देवी, जेंडर सीआरपी नीलू कुमारी, सक्रिय महिला बसंती देवी, सारो देवी, सहिया दीदी, पुनीता देवी, अर्चना देवी, अंजू देवी, संजू देवी, गीता देवी, देवंती देवी, सविता देवी, गायत्री देवी, चुनचुन देवी, संजू कुमारी, सुनैना देवी समेत कई सदस्य शामिल थीं.
तीसरी खबर
भाई पर बहू के नाम घर रजिस्ट्री करने का लगाया आरोप
थाना में आवेदन देकर लगाई न्याय की गुहार
Chouparan : चौपारण प्रखंड अंतर्गत ताजपुर के मरहेड़ी (चैथी मोड़) में में उपेंद्र लाल बर्णवाल पिता : स्व चंद्रलाल बर्णवाल ने अपने सगे भाई रविंद्र लाल बर्णवाल के विरुद्ध थाने में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है.
आवेदन में लिखा गया है कि मरहेड़ी में खाता नंबर 4, प्लॉट नंबर 307 में रकबा 8.50 डिसमिल जमीन 1973 में पिता के जीवन काल में तीनों भाइयों रविंद्र लाल बर्णवाल, उपेंद्र लाल बर्णवाल और सतेंद्र लाल बर्णवाल ने मिलकर आपसी सहमति से बड़े भाई रविंद्र लाल बर्णवाल के नाम से रजिस्ट्री (केवाला) लिया. उसके बाद तीनों भाई आपस में बंटवारा कर सभी अपना-अपना घर बनाकर रहने लगे. कुछ दिन बाद उस जमीन में से 2.83 डिसमिल जमीन रमेश बर्णवाल व उमेश बर्णवाल पिता : रविंद्र लाल बर्णवाल ने जालसाजी कर उनके हिस्से में बने घर-जमीन को रविंद्र लाल बर्णवाल ने अपनी बहू अनु देवी के नाम से रजिस्ट्री (केवाला) कर दिया. उसके बाद वे लोग बार-बार घर खाली करने का दबाव देने लगे और खाली नहीं करने पर जान से मारने की धमकी देते हैं. इतना ही नहीं वे लोग धमकी देते हैं कि घर खाली नहीं किया, तो घर पर बुलडोजर चलवा देंगे. आवेदन में न्याय नहीं मिलने पर आत्मदाह करने की धमकी दी गई है.
इसे भी पढ़ें :धनबाद : वासेपुर गोलीकांड में प्रिंस खान सहित 8 पर नामजद एफआईआर
आरोप दो सौ प्रतिशत गलत : उमेश वर्णवाल
इस संबंध में पूछे जाने पर रविन्द्र लाल बर्णवाल के छोटे पुत्र उमेश बर्णवाल ने कहा कि उनलोगों पर लगाया गया आरोप दो सौ प्रतिशत गलत है. उन्होंने अपने पिता से अपने हिस्से की जमीन लिखवाई हैं. दोनों चाचा की जमीन से कोई लेना-देना नहीं है.
उपेन्द्र लाल बर्णवाल के साथ हैं : रमेश वर्णवाल
इस मामले को लेकर रवींद्र लाल बर्नवाल के बड़े पुत्र रमेश बर्णवाल ने कहा है कि वह अपने चाचा उपेन्द्र लाल बर्णवाल के साथ हैं. जालसाजी के तहत उनके हिस्से की जमीन रविन्द्र लाल बर्णवाल ने अनु देवी पति : उमेश बर्णवाल के नाम से रजिस्ट्री कर दी है, जो बिल्कुल गलत है. रमेश ने यह भी कहा है कि वह जमीन रजिस्ट्री के पक्ष में नहीं हैं. उस जमीन से उन्हें दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है. जमीन अनु देवी को किस परिस्थिति में रजिस्ट्री कर दी गई है, उसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि वह जमीन उपेन्द्र लाल बर्णवाल के हिस्सा में लंबे समय से है, जिस पर उनका दखल कब्जा भी कायम है.