Hazaribagh: शहर की ऐतिहासिक रामनवमी के दशमी जुलूस का आगाज गुरुवार की देर शाम से हुआ और एकादशी की देर रात समापन हो गया. शुक्रवार को दोपहर के बाद जमा मस्जिद से गुजरने वाली झांकियां को अजान के लिए कुछ समय के लिए रोकी गयी. इसके बाद जामा मस्जिद रोड से होती हुयी सभी झांकियां अपने-अपने अखाड़ा वापस चली गयीं. इस दौरान दसवीं और एकादशी शाम तक जिला प्रशासन ने निगरानी रखी. वहीं मंच से डीसी, कमिश्नर, डीआईजी, एसपी समेत कई अधिकारियों की पैनी नजर बनी रही. वहीं समाजसेवियों ने राम भक्तों के बीच चना, गुड़, पानी कोल्ड ड्रिंक, निंबू का वितरण किया. इसके अलावा गर्मी को देखते हुए राम भक्तों पर पानी और फूल का छिड़काव भी किया गया.
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सौ से अधिक रामभक्त हुए घायल
हजारीबाग में नवमी की रात 9:00 बजे से अलग-अलग अखाड़ों से झांकियां निकलने लगीं और इंद्रपुरी चौक, जिला परिषद चौक, बड़ा बाजार, बसस्टैंड, बड़कागांव रोड, कटकमदाग रोड, पेलावल होती हुयी सभी झांकियां झंडा चौक पहुंचीं और ताश की धुन पर महावीर स्थान पंच मंदिर चौक होते हुए जमा मस्जिद रोड से लगभग शुक्रवार रात जुलूस का समापन हो गया. वहीं तलवार, लाठी खेलने में लगभग 100 से अधिक राम भक्त चोटी हो गए, जिनका इलाज सदर अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में किया गया. वहीं मेडिकल कॉलेज अस्पताल की ओर से लगभग 19 कैंप लगाये गये थे, जिनमें करीब डेढ़ सौ राम भक्तों का इलाज करवाया गया.
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