Hazaribagh: इसाइयों के लिए पवित्र गुरुवार का विशेष महत्व है. इसे लेकर कैथोलिक महागिरजाघर में कार्यक्रम हुआ. इसमें ईसा मसीह के अंतिम भोज का स्मरणोत्सव मनाया गया. इस समारोह के मुख्य अनुष्ठाता बिशप आनंद जोजो के अलावा फादर अन्तोनी, फादर विन्सेन्ट हांसदा येस प्रांतीय अध्यक्ष, फादर रेमण्ड और अन्य पुरोहितों ने समारोही मिस्सा पूजा अर्पण किया. इस पवित्र अनुष्ठान को स्मरण करते हुए बिशप आनंद ने पल्ली के चुने हुए बारह विश्वासियों का पैर धोते हुए परंपरा निभाया. बिशप आनंद ने इस परंपरा का वर्णन किया. बताया कि येसु मसीह के शिष्यों के पैर धोने की घटना, नम्रता और सेवा की भावना को दर्शाती है. समुदाय को अपने संदेश में बिशप आंनद ने कहा कि पुण्य गुरुवार के दिन पवित्र काथलिक कलीसिया येसु खीस्त द्वारा स्थापित दो पवित्र संस्कारों पर मनन करती है. इसमें पहला पवित्र यूखरिस्त संस्कार और दूसरा है पवित्र पुरोहिताई संस्कार. ये दोनों प्रेम और सेवा के संस्कार हैं. वहीं समारोही मिस्सा के हरेक विधि को उद्घोषक फादर प्रदीप एक्का ने विस्तार से बताया. इस समारोही मिस्सा को सफल बनाने में फादर रेमण्ड, प्रचारक फरदिनन्द लकड़ा, विभिन्न समाज की धर्म बहनों, बन्धुओं और कैथोलिक सभा, महिला संघ, युवा संघ के सदस्यों का सहयोग रहा. इसे भी पढ़ें – वक्फ">https://lagatar.in/no-stay-on-wakf-law-government-given-seven-days-to-respond-status-quo-will-remain-sc/">वक्फ
कानून पर स्टे नहीं, सरकार को जवाब देने के लिए सात दिन की मोहलत, यथास्थिति बनी रहेगी : SC

हजारीबाग: विश्वासियों ने ईसा मसीह के अंतिम भोज का स्मरणोत्सव मनाया
