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हजारीबाग : कोयला माफियाओं ने 3 रेंजर और वनकर्मी को पीटा, 7 दिन बाद भी नहीं हुई FIR

Bismay Alankar Hazaribagh : जिले में कोल माफिया बेलगाम होते जा रहे है. सूत्रों के मुताबिक माफियाओं ने 3 रेंजर और वनकर्मी की पिटाई की है. 7 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. अब सवाल यह उठता है कि आखिर कौन है  इन सब के पीछे. जिसके दबाव में आकर ना तो वनकर्मी और ना ही पुलिस इनके खिलाफ कोई कदम उठा पा रही है. इसे भी पढ़ें - CMIE">https://lagatar.in/cmie-report-unemployment-rate-at-10-month-low-was-6-point-57-percent-in-january/">CMIE

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25 जनवरी को हुई मारपीट 

मांडू के तत्कालीन रेंजर विनोद कुमार ने बताया घटना 25 जनवरी की रात है. बड़कागांव थाना क्षेत्र के बादम इलाके से रुद्दी गांव के आसपास कोयले के अवैध उत्खनन के मामले की जांच करने मांडू, बड़कागांव और कुज्जु क्षेत्र रेंजर संयुक्त कार्रवाई करने के लिए रुद्दी पहुंचे थे. वन विभाग की टीम को देखते ही कोयला तस्करों ने इन पर हमला बोल दिया. सूत्र बताते हैं कि इस छापेमारी की सूचना थाने को थी, लेकिन पुलिस से कोई सहायता इस छापेमारी टीम को नहीं मिली. मांडू के रेंजर बिनोद कुमार,बड़कागांव के रेंजर छोटेलाल कुज्जु,  रेंजर केदार राम समेत सभी की खूब पिटाई हुई. इसी क्रम में वन कर्मी छोटेलाल राम को काफी चोट आयी. बड़कागांव के स्वास्थ्य केंद्र में उसका इलाज भी कराया गया, लेकिन उसकी स्थिति को गंभीर देखते हुए उसे रांची रेफर कर दिया गया. इसे भी पढ़ें - मोदी">https://lagatar.in/due-to-the-mistakes-of-modi-government-pakistan-china-came-closer-americas-cold-reaction-to-rahuls-statement/">मोदी

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थाने प्रभारी ने मामले की जानकारी से इनकार किया 

सूत्रों की माने तो फिलहाल छोटेलाल राम का इलाज रांची के मेडिका में चल रहा है. मारपीट की इस घटनाक्रम के बाद वन कर्मी थाने पहुंचे और मामला दर्ज करने के लिए थाना में आवेदन भी दिया, लेकिन 7 दिन बीत जाने के बाद भी इस पूरे मामले पर कोई मामला थाने में दर्ज नहीं हुआ. इस बाबत जब थाना प्रभारी गौतम से पूछा गया तो उन्होंने इस पूरे मामले की जानकारी से इनकार किया और केवल गोल मटोल सा जवाब दिया यह पूरा मामला उनके संज्ञान में ही नहीं है. कमाल की बात है कि जब अस्पताल के रजिस्टर में वनकर्मी छोटेलाल राम का नाम दर्ज है और जो यहां से रेफर होकर रांची बेहतर इलाज के लिए गया हो. ऐसे आखिर वन विभाग ने किसके दबाव में आकर अब तक थाने में मामला दर्ज करने नहीं कराया है. अगर वन विभाग के वरीय अधिकारी इस मामले का थाने में मामला दर्ज कराते तो थाना आनाकानी नहीं करता. इसे भी पढ़ें - सासाराम">https://lagatar.in/sasaram-the-police-officer-who-went-to-raid-was-shot-by-criminals-referred-to-varanasi-for-treatment/">सासाराम

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रूबी के जंगलों से कोयले का अवैध उत्खनन जारी

सूत्र बता रहे हैं कि रूबी के जंगलों से कोयले का अवैध उत्खनन जारी है. और यहां से ट्रकों में कोयला भरकर चरही रेलवे साइडिंग के रास्ते से एनएच 33 होते हुए कोयला डेहरी और बनारस की मंडियों में भेजा जाता है. रोजाना दर्जनों ट्रक इस रास्ते से निकल कर बाहर भेजे जा रहे हैं. सूत्रों के अनुसार घटना के दिन सफेद स्कॉर्पियो में कुज्जू निवासी डब्बू और पिंटू बड़कागांव के गुड्डू और करगलिया के गोविंद ने इस पूरे मामले को अंजाम दिया है. पूरी लाइजनिंग डब्बू सिंह के मार्फत होती है और उसी के इशारे पर इस घटना को अंजाम दिया है. हाल के दिनों में अवैध कोयला तस्करी में इजाफा देखा जा रहा है. इसे भी पढ़ें - मुंबई">https://lagatar.in/mumbai-sewri-court-summons-bengal-cm-mamta-banerjee-orders-to-appear-on-march-2/">मुंबई

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